गंगा पार रेती में स्वच्छता की अलख, नमामि गंगे के सदस्यों ने किया श्रमदान

 


वाराणसी, 03 जनवरी (हि.स.)। गंगा पार रेती में नया साल मनाने के बाद लोगों ने रेती में ही खाद्य सामग्रियों के पैकेट व अन्य कूड़ा करकट छोड़ दिए। बुधवार को नमामि गंगे के कार्यकर्ताओं ने गंगा पार रेती में जाकर स्वच्छता की अलख जगाते हुए बिखरे कचरे की सफाई की। बारिश और कोहरे के बीच कार्यकर्ताओं ने कूड़े को एकत्रित किया ताकि कूड़ा गंगा में बहने न पाए।

कार्यकर्ताओं ने स्वच्छता अभियान के बाद मां गंगा की आरती उतारी। इस दौरान नमामि गंगे के काशी क्षेत्र संयोजक राजेश शुक्ला ने जन जागरण करते हुए कहा कि गंगा रोजाना करोड़ों को रोजगार प्रदान करती हैं। गंगा पूरे भारत की 28 फीसद जल संसाधनों की पूर्ति करती हैं। गंगा का बेसिन क्षेत्र भारत की 56फीसदी कृषि योग्य भूमि को उर्वरक बनाता है। लोगों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि हम गंगा पार सपरिवार पिकनिक मनाने आते हैं, मौज मस्ती करते हैं, खाद्य सामग्री ग्रहण करते हैं लेकिन बचे हुए कूड़ों को वहीं छोड़ कर चले जाते हैं। गंगा पार गंदगी का अंबार लग जाता है। पॉलिथीन व अन्य सामग्रियां धीरे-धीरे गंगा में मिल जाती हैं। हमें गंगा में कूड़ा करकट जाने से रोकना होगा। स्वच्छता अभियान में गिनीज बुक रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने वाली कथक नृत्यांगना सोनी चौरसिया ने भी भागीदारी की।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप