आकाशीय विद्युत से होने वाली जनहानियों के लिए लगेंगे 80 लाइटनिंग अरेस्टर

 


मीरजापुर, 07 मार्च (हि.स.)। नगर के महंत शिवाला स्थित एक सभागार में मंडल के तीन जनपद मीरजापुर, सोनभद्र एवं भदोही से आई 300 महिला स्वयं सहायता समूह के प्रमुखों का आपदा जोखिम न्यूनीकरण विषय पर प्रशिक्षण कराया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन स्वरुप महिला स्वयं सहायता समूहों यसेल्फ हेल्प ग्रुप्स वोमेनद्ध की आपदा जोखिम न्यूनीकरण में भूमिका विषय पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से प्रशिक्षण कराया गया।

मुख्य अतिथि मंडलायुक्त ने विभिन्न आपदाओं जैसे आकाशीय विद्युत, डूबना, लूप प्रकोप, सर्पदंश, बाढ़, भूकंप आदि में क्या करें एवं क्या ना करें के संबंध में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही मीरजापुर में आकाशीय विद्युत से होने वाली जनहानियों के न्यूनीकरण के लिए 80 लाइटनिंग अरेस्टर विभिन्न जगहों पर लगाए जाने हैं। बताया कि आकाशीय विद्युत के दौरान खुले खेत में, पेड़ के नीचे, तालाब के नजदीक, बिजली के खभों के नजदीक बिल्कुल ना रहें। संभावित आकाशीय विद्युत के मौसम में सर्वप्रथम पक्के मकान की शरण में चले जाएं एवं पक्के मकान से दूर है तो वहां तक शीघ्र पहुंचाने की कोशिश करें।

राज्य परियोजना निदेशक आपदा प्रबंधन डॉ खनिज फातिमा ने विभिन्न आपदाओं में बचाव के दौरान महिला स्वयं सहायता समूह के प्रमुखों कि क्या जिम्मेदारी होगी एवं कैसे वह प्रभावित समुदाय का बचाव करेंगी, की जानकारी दी। उपमहानिरीक्षक 11 वी बटालियन एनडीआरएफ मनोज कुमार शमा व एनडीआरएफ टीम कमांडर संतोष कुमार और उनकी प्रशिक्षित टीम ने स्ट्रेचर बनाना, सीवपीवआर देना, रस्सिन बचाओ तकनीक, सड़क सुरक्षाए इंप्रोवाइज्ड फ्लोटिंग डिवाइस बनानाए घरेलू संसाधनों का उपयोग करके राहत एवं बचाव के संसाधन बनाना आदि पर प्रशिक्षण दिया। डा. अनिल ओझा ने सर्पदंश से बचाव के संबंध में क्या करें एवं क्या ना करें, के उपाय बताए।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/राजेश