वीर भूमि को हरा भरा करने के लिए रोपित किये जाएंगे 71 लाख पौधे
महोबा, 18 जून (हि.स.)। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में किया गया है। शासन के द्वारा जनपद को हरा भरा करने के लिए लगभग 71 लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बैठक में पौधरोपण करने के साथ-साथ उनके संरक्षण करने पर भी जोर दिया गया है। विभागों द्वारा 50 फीसदी से अधिक गड्ढा खुदाई का काम पूर्ण कर लिया गया है।
बुंदेलखंड के महोबा को हरा भरा बनाने के लिए शासन स्तर से यहां पर 70 लाख से अधिक पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मंगलवार को जनपद मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट में सभागार में जिलाधिकारी मृदुल चौधरी की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक का आयोजन किया गया है। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने बताया कि शासन से जनपद में 70 लाख 43 हजार 500 पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें जिलाधिकारी की तरफ से सभी विभागों को लक्ष्य निर्धारित कर दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि वन एवं वन्य जीव विभाग को 39 लाख पौधे रोपित करने हैं। जबकि पर्यावरण विभाग 3 लाख 51 हजार, ग्राम विकास विभाग 15 लाख दस हजार, राजस्व विभाग 1 लाख 26 हजार, पंचायती राज विभाग एक लाख 54 हजार, आवास विकास विभाग 17 हजार, औद्योगिक विकास 24 हजार, नगर विकास 50 हजार, लोक निर्माण विभाग 40 हजार, जल शक्ति विभाग 42 हजार, रेशम विभाग 41 हजार, कृषि विभाग 3 लाख एक हजार, पशुपालन विभाग 26 हजार, सहकारिता विभाग 6 हजार 860, उद्योग विभाग 28 हजार, विद्युत विभाग 20 हजार 20 , माध्यमिक शिक्षा नौ हजार,बेसिक शिक्षा 15 हजार, प्राथमिक शिक्षा 13 हजार, उच्च शिक्षा 48 हजार, श्रम विभाग 8 हजार 300 , स्वास्थ्य विभाग 37 हजार, परिवहन विभाग 7 हजार 900, रेलवे विभाग 45 हजार, रक्षा विभाग 15 हजार, उद्यान विभाग एक लाख 87 हजार, गृह विभाग 21 हजार 420 , मंडी समिति दस हजार एवं खनन विभाग दस हजार पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
पौधरोपण के बाद करें उसकी देखभाल
जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पौधरोपण के बाद फोटो खिंचवाकर भगवान के भरोसे छोड़ना सही नहीं है। प्रकाश संश्लेषण के द्वारा वातावरण में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड को खत्म किया जा सकता है। ग्लोबल वार्मिंग जैसे गंभीर खतरों से निपटने के लिए ज्यादा से ज्यादा हरा भरा रहना आवश्यक है।अधिक से अधिक पौधे लगाकर वृक्ष तैयार कर जहरीली गैसों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को पौध रोपण के बाद पौधों की सिंचाई एवं रखवाली करने के निर्देश दिए हैं और साथ ही सत्यापन के लिए अन्य विभागों से क्रास चेकिंग कराई जाएगी।
1 से 7 जुलाई तक चलेगा वन महोत्सव
प्रभागीय वनाधिकारी डॉ नरेंद्र सिंह ने बताया कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में 1 से 7 जुलाई के बीच वन महोत्सव मनाया जाता है। वर्षा की स्थिति के अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा पौध रोपण की तारीख निर्धारित की जाएगी। जिसमें एक ही दिन में सभी पौधे लगाए जाएंगे, इसलिए सभी विभागों को गड्ढा तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही पौध शालाओं से पौधे ले जाना इत्यादि काम भी समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया कि वन विभाग की कुल 36 पौधशालायें स्थापित है जिनमें शीशम, कंजी, चिलबिल, शागौन, जामुन, नीम, महुआ, अमरुद, पाकड़, बांस आदि फलदार प्रजातियों की कुल 79 लाख 17 हजार 111 पौध मौजूद हैं। जिनका रोपण किया जाना है।
हिन्दुस्थान समाचार/ उपेंद्र/राजेश