उप्र बजट : डार्क जोन के असफल 569 नलकूप अब उगलेंगे पानी, लबालब होंगे खेत
- बढ़ेगी सिंचाई क्षमता, 1.10 लाख कृषक परिवार हाेंगे लाभान्वित
लखनऊ, 05 फरवरी (हि.स.)। योगी सरकार ने बजट में प्रदेश के किसानों का भी ध्यान दिया है। खेती-किसानी के लिए सिंचाई समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार ने अपनी तिजोरी खोली है। सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग डार्क जोन के असफल 569 नलकूप का पुर्ननिर्माण कराएगा। इससे किसानों के खेत अब लबालब नजर आएंगे और किसानों को काफी सहूलियत होगी।
सदन में सोमवार को बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 31 सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण की। इससे 22 लाख 75 हजार हेक्टेयर से अधिक सिंचाई क्षमता सृजित हुई। इसका लाभ 46 लाख 69 हजार कृषकों को प्राप्त हुआ। विभिन्न जनपदों में 6,600 राजकीय नलकूपों के आधुनिकीकरण तथा डार्क जोन में 569 असफल राजकीय नलकूपों के पुनर्निर्माण का कार्य प्रगति पर है। इन कार्यों से लगभग 1.33 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता की पुर्नस्थापना होगी तथा लगभग 1.10 लाख कृषक परिवार लाभान्वित होंगे। नहरों एवं सरकारी नलकूपों से किसानों को नि:शुल्क पानी की सुविधा के लिए 1100 करोड़, नदी में सुधार एवं कटाव निरोधक परियोजनाओं (नाबार्ड पोषित) के लिए 1530 करोड़ 60 लाख व डार्क जोन के असफल 569 नलकूपों के लिए 70 करोड़ रुपये बजट प्रस्तावित है।
जल जीवन मिशन करेगी संतृप्त
जल जीवन मिशन के लिए 22,000 करोड़ रुपये प्रस्तावित है। इसमें 2000 करोड़ रुपये अनुरक्षण मद के लिए है। मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना के लिए 1020 करोड़ रुपये तो वर्षा जल संचयन एवं भू-जल संवर्द्धन योजना के लिए 80 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है जो वर्तमान वर्ष की तुलना में लगभग 51 प्रतिशत अधिक है। ग्राउंड वाॅटर रिचार्जिंग एवं चेकडैम निर्माण के लिए 65 करोड़ रुपये प्रस्तावित है।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/मोहित