आयुष्मान आरोग्य मंदिर में हो रही 14 प्रकार की जांच
बागपत, 4 मार्च (हि.स.)। बागपत जिले में सोमवार को जिलाधिकारी ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर टयौढी का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सेवा में अनटाइट फंड में बाधा उत्पन्न करने पर ग्राम प्रधान के खिलाफ जांच के निर्देश दिये है। मुख्य चिकित्साधिकारी से जनपद की 244 ग्राम पंचायतों में मौजूद आयुष्मान आरोग्य मंदिर की रिपोर्ट मांगी है।
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह सोमवार को ग्राम पंचायत टयौढी पहुंचकर हेल्थ एंड बैलेंस सेंटर (आयुष्मान आरोग्य मंदिर ) का निरीक्षण किया है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर टयौढी में उपस्थिति पंजिका देखी और ओपीडी रजिस्टर का भी अवलोकन किया। जिलाधिकारी ने अनटाइट फंड को लेकर चिंता व्यक्त की। अनटाइट फंड से आयुष्मान आरोग्य मंदिर के संचालन के लिए 1 वर्ष के लिए 45000 रुपए की धनराशि प्राप्त होती है जिसमें सी एच् ओ व ग्राम प्रधान का संयुक्त खाता होता है जिसमें टयौढी ग्राम प्रधान द्वारा कोई भी पैसा खर्च नहीं किया गया है । आरोग्य मंदिर मेें तैनात सीएचओ ने ग्राम प्रधान की लापरवाही की जानकारी दी। जिसके खिलाफ जिलाधिकारी ने जांच बैठा दी है।
लापरवाई मिलने पर कारवाई के लिए भी कहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर के माध्यम से जनता को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने के लिए यह शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर 14 तरह की जांच की जाती हैं और 58 तरह की दवाई उपलब्ध रहती हैं। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि जिन 244 ग्राम पंचायत में आयुष्मान आरोग्य मंदिर से संबंधित जो समस्याएं हैं उन्हें अगले तीन दिन में रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करें जिससे कि व्यवस्थाओं में और बेहतर से बेहतर सुधार हो सके।
हिन्दुस्थान समाचार/ सचिन/बृजनंदन