मां के साथ रहने की मांग के लिए दर-दर भटक रही शहीद की बेटी
बुलंदशहर,07 मई(हि.स.)। मां भारती की रक्षा करते हुए कारगिल युद्ध में अपने प्राण गवाने वाले शहीद देव नारायण की बेटी आज न्याय के लिए दर-दर भटक रही है।
बुलंदशहर निवासी शहीद देव नारायण यादव की बेटी न्याय की आस में मंगलवार को एसएसपी कार्यालय पहुंची। पीड़ित बेटी का कहना है कि जब उसके पिता शहीद हुए थे तब उसकी उम्र महज़ छह माह की थी। सरकार ने तो उसके पिता की शहादत का पूरा सम्मान करते हुए सभी सरकारी सहायता दी। लेकिन उसकी मां की नीयत बदलने में देर नहीं लगी।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि सरकार ने पेट्रोल पम्प,जमीन,फ्लैट और पैसा दिया, लेकिन उसकी मां अपने भाई के साथ सबका बंदरबांट करके उसे अकेला छोड़कर चली गई। पिता के शहीद के बाद मां ने चाचा से शादी कर ली। कुछ समय बाद उन्हें भी तलाक देकर उसके मामा के साले के साथ चली गई, जो अब पीड़ित पर गंदी नीयत रखता है।
पीड़ित का कहना है कि अब उसकी मां कहाँ है उसे नहीं पता। अब उसे न तो परिवार वाले रखने को तैयार हैं और न ही ननिहाल वाले। अकेली बेसहारा रहने को मजबूर है।पीड़ित बेटी ने एसएसपी से गुहार लगाई है कि उसे अपनी जान को खतरा है। अब वह मां के साथ रहना चाहती है।
हिन्दुस्थान समाचार/सचिन