स्मार्ट सिटी : काशी के 84 गंगा घाटों के साइन बोर्ड बतायेंगे उनका इतिहास, QR-CODE बनेगा माध्यम 

धर्म और संस्कृति  की राजधानी काशी के विश्व प्रसिद्द 84 घाटों की छटा ही निराली है। देश विदेश से लोग यहां आते हैं और इन सभी 84 घाटों का भ्रमण करते हैं, लेकिन साथ ही उन्हें इन घाटों के इतिहास के बारे में जानने की उत्सुकता भी होती है इसके लिए उन्हें किसी से पूछना या किताबों को पढ़ना पड़ता है लेकिन अब ऐसा नही होगा, क्योंकि सभी घाटों लगे साइनेज उस घाट के इतिहास खुद बयान करेंगे। 
 

वाराणसी। धर्म और संस्कृति  की राजधानी काशी के विश्व प्रसिद्द 84 घाटों की छटा ही निराली है। देश विदेश से लोग यहां आते हैं और इन सभी 84 घाटों का भ्रमण करते हैं, लेकिन साथ ही उन्हें इन घाटों के इतिहास के बारे में जानने की उत्सुकता भी होती है इसके लिए उन्हें किसी से पूछना या किताबों को पढ़ना पड़ता है लेकिन अब ऐसा नही होगा, क्योंकि सभी घाटों लगे साइनेज उस घाट के इतिहास खुद बयान करेंगे। 

इस योजना की शुरुआत वाराणसी नगर निगम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत करने जा रहा है।  84 घाटों में से 4 कच्चे घाट छोड़कर सभी 80 घाटों पर आधुनिक साइनेज लगाए जा रहे हैं, जीसनपर लगे QR-CODE से सैलानी आसानी से उस घाट के इतिहास को जान सकेगा। 

शहर बनारस के ये खूबसूरत घाट और इन घाटों पर समाया लघु भारत। बनारस में गंगा किनारे 84 घाट है। सभी घाटों पर अलग अलग संस्कति ,अलग इतिहास और अध्यात्म शामिल हैं, जिसे हर कोई जान नही पाता, लेकिन अब QR-CODE (क्यूआरकोड) इन घाटों का पूरा विस्तृत जानकारी देगा।इन घाटों पर लगने जा रहे साइनेज आसान भाषा में कहे तो घाटों पर लगे पत्थर जो बताते हैं कि ये कौन सा घाट है या फिर जिस साइनेज पर घाट का नाम लिखा रहता है इस बोर्ड पर QR-CODE लगाया जाएगा,  जिसे स्कैन करते ही उस घाट की पूरी जानकारी उस पर्यटक के मोबाइल पर आ जायेगी और बड़े ही आसानी से वो पर्यटक उस घाट का इतिहास, संस्कृति जान जाएगा । 

इस सम्बन्ध में हमने बात की स्मार्ट सिटी लिमिटेड के जनरल मैनेजर डॉ डी वासुदेवन से, उन्होंने बताया कि इस योजना को वाराणसी में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत लाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत सभी घाटों पर नए साइनेज लगाए जा रहे हैं। उन साइनेज पर क्यूआरकोड लगाये जायेंगे, लगभग 5 करोड़ के इस योजना में सभी 84 में से 4 कच्चे घाटों को छोड़कर 80 घाट शामिल हैं, जिसे लगभग 2 महीने में पूरा कर लिया जाएगा।

इस नयी योजना से स्थानीय लोग भी उत्साहित हैं। घाट किनारे रहने वाले युवक ने बताय कि घाटों पर इस आधुनिकता के शुरुआत से घाट किनारे रहने वाले लोग और पर्यटक भी खासा उत्साहित हैं। इस शुरआत से आने वाले पर्यटकों को खासा लाभ मिलेगा, क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि छोटी से जानकारी लेने के लिए उन्हें इधर उधर भटकना पड़ता है लेकिन ये शुरुआत उनके इस दिक्कत को खत्म कर देगा ।

काशी के सुन्दरीकरण को लेकर पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक की गम्भीरता का ही ये असर हैं कि काशी लगातार और खूबसूरती की ओर बढ़ रहा है आने वाले समय में काशी में विकास की कई तस्वीर सामने आएगी जो देश के लिए उदाहरण बनेगी उन्ही तस्वीरों में एक तस्वीर घाटों पर क्यूआरकोड के साथ लगे साइनेज होंगे जो आधुनिकता के जरिये अध्यात्म को जोड़ेंगे।