बनारस के प्रतिभाशाली दिव्यांग खिलाड़ी दिलीप सिंह को 'काशी गौरव सम्मान', हाल ही में जीते हैं 3 स्वर्ण पदक
वाराणसी। 'मेरा सपना है कि बनारस के भी दिव्यांग खिलाड़ी विश्व पटल पर अपना नाम रौशन कर सके। इसके लिए मेरी सरकार से मांग है कि वो भंदहा कला हवाई पट्टी पर खेल अकादमी का निर्माण करवाए ताकि दिव्यांग प्रतिभाशाली खिलाड़ी यहां खुद को तैयार कर सकें।' उक्त बातें चौबेपुर क्षेत्र के भंदहा कला गाँव के निवासी दिव्यांग खिलाड़ी दिलीप सिंह राजपूत ने आशा ट्रस्ट द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कहीं।
दिलीप ने हाल ही में केरल में आयोजित प्रथम पैरा मास्टर ओलम्पिक नेशनल आउटडोर गेम्स में उत्तर प्रदेश के लिए तीन गोल्ड मेडल जीते हैं। दिलीप ने जेवलिन थ्रो, डिस्कस थ्रो और गोला प्रक्षेप में स्वर्ण पदक पाकर वाराणसी जिले का नाम रोशन किया है, जिसके बाद आज आशा ट्रस्ट ने उनके निवास स्थान पहुंचकर उन्हें और उनकी माता जी को सम्मानित किया।
सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट की तरफ से उनके घर पर आयोजित सम्मान समारोह में माल्यार्पण एवं अभिनंदन किया गया। साथ ही "काशी गौरव सम्मान" से सम्मानित किया गया एवं दिलीप की माता शोभा रानी जो स्वयं जन्म से दिव्यांग हैं उनका भी सम्मान किया गया।
इस अवसर पर आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि माता, पिता, पत्नी और स्वयं के बचपन से दिव्यांग होने के बावजूद दिलीप ने जो जज्बा दिखाया है वह पूरे समाज को प्रेरित करने वाला है। कुछ माह पूर्व कोरोना काल में पिता की मृत्यु के बाद बिना धैर्य खोये हुए इन्होने जिस प्रकार के साहस का परिचय दिया है यह उनके पिता के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। पूर्व ग्राम प्रधान घनश्याम सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिता में प्रदेश के लिए तीन स्वर्ण पदक जीतने गाँव के साथ ही जिले का भी नाम रौशन हुआ है।
इस मौके पर दिलीप सिंह ने कहा कि मेरी इस उपलब्धि का श्रेय मेरे माता पिता को जाता है, जिन्होंने स्वयं दिव्यांग होने के बावजूद मुझे हमेशा बड़ा लक्ष्य रख कर काम करने को प्रेरित किया। यही वजह रही कि मुझे स्वयं की दिव्यांगता के लिए कभी हीन भावना नही रही बल्कि प्रेरणा मिलती रही। उन्होंने कहा कि भंदहा कला हवाई पट्टी पर खेल अकादमी की स्थापना की जानी चाहिए जिससे इस क्षेत्र के युवकों को खेल के लिए अच्छा प्रशिक्षण मिले।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से नामवर सिंह, जगत नारायण सिंह, मानिक राज सिंह, सोना सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, सूरज पाण्डेय, भोला नाथ सिंह, प्रवीण सिंह, धीरज यादव, जीत यादव, प्रीतम सिंह, भारत सिंह, धनजय सिंह, रमेश आदि उपस्थित रहे।