दीपावली विशेष : छोटी उम्र में बड़ा काम, क्लास 7th के स्टूडेंट्स ने बनाया प्रदूषण मुक्त ग्रीन पटाखा
वाराणसी। पूरी दुनिया इस समय वातावरण प्रदूषण से निपटने के लिए मंथन कर रही है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने एनजीटी की रिपोर्ट के बाद पूरे देश में सिर्फ ग्रीन पटाखे ही जलाने की अनुमति दी है। जिसके बाद लोग ग्रीन पटाखे खरीद रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ वाराणसी के सक्षम इंग्लिश स्कूल के क्लास 7 के दो होनहारों अपेक्षा पटेल और लकी ने एक ऐसा पटाखा तैयार किया है जो सोलर लाइट से चार्ज होगा और फुल चार्ज होने के बाद 450 बार पटाखे जैसी आवाज़ देगा।
इसके अलावा इस पटाखे में इनबिल्ट प्रदूषण रहित दीया भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह मिट्टी का दीया भी प्रदूषण मुक्त है और उसमें भी सोलर पैनल से ही लाइट पहुंचेगी। इतना ही नहीं यह कई तरह से जलेगा।
स्कूल के मेधावी नित कर रहे नए-नए आविष्कार
वाराणसी के आर्यन इंटरनेशनल स्कूल के ट्रस्ट का यह सक्षम स्कूल वर्तमान में छात्रों में छिपी हुई प्रतिभा को निखारने में लगा हुआ है। यहां पढ़ाई के साथ साथ इन्नोवेशन के क्षेत्र में भी ध्यान दिया जाता है। काशी के मशहूर आविष्कारक श्याम चौरसिया के नेतृत्व में यहां के मेधावी लगातार नए-नए आविष्कार कर रहे हैं। इस दीपावली पर श्याम चौरसिया के सानिध्य में कक्षा 7 की अपेक्षा पटेल और लकी ने एक ऐसा इनोवेशन किया है जो आज के समय में बहुत ज़रूरी है।
सोलर व तेल दोनों से जलेगा दीया
अपेक्षा ने बताया कि स्कूल जाने में चारों तरफ धूल, गर्दा मिलता है। दीपावली पर्व पर प्रदूषण और बढ़ जाता है। ऐसे में हमने कुछ अलग करने की कोशिश की और इनोवेटिव मिट्टी का दीया तैयार किया। ये दिया प्रदूषण रहित है क्योंकी ये सोलर से चार्ज होने पर भी जलता है और इस दीये में तेल को डाल कर भी जलाया जा सकता है। इसके साथ ही इस मिट्टी के दीये के अंदर एक ऐसा ग्रीन पटाखा लगाया गया है जिसे आप चार्ज कर बजा सकते हैं। इस प्रदूषण रहित स्मार्ट पटाखा दीया को बनाने में 12 दिनों का समय लगा है और 350 रुपये का खर्च आया है।
स्कूल की संस्थापक सुबिना चोपड़ा ने बताया कि बच्चों द्वारा बनाया गया स्मार्ट प्रदूषण रहित पटाखों वाला यह दिया बनारस में काफ़ी चर्चा में है। ये स्मार्ट दीये रौशनी के साथ -साथ पटाखे जैसे तेज आवाज भी करते है, जो ग्रीन पटाखों को बढ़ावा दे रहे हैं। इस दिये में बच्चों ने एक ऐसा सेंसर लगाया है जो दीये के सामने आने पर तेज पटाखे जैसा आवाज करता है।
संस्थापक सुबिना चोपड़ा ने बच्चों की तारीफ करते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना की हैं । संस्थापक सुबिना चोपड़ा व विनीत चोपड़ा ने बताया सक्षम इंग्लिश स्कूल हमारे आर्यन इंटरनेशनल स्कूल का ट्रस्ट है। सक्षम इंग्लिश स्कूल में बच्चों को पढ़ाई के साथ ही वे नई नई चीजों का इनोवेशन कर सकें इसके लिए भी उन्हें तैयार किया जा रहा है। इसके लिए हमने अपने स्कूल में जूनियर कलाम इनोवेशन लैब की स्थापना की है जिसमें बच्चे इनोवेशन आईडिया को तैयार कर सकें। सुबिना चोपड़ा ने बताया कि हमारे यही बच्चे कल के देश के भविष्य हैं ।
जूनियर कलाम लैब के आरएनडी श्याम चौरासिया ने बताया कि पूरा विश्व प्रदूषण रहित वायुमंडल की बात कर रहा है। ऐसे में इन बच्चों का ये आविष्कार काबिले तारीफ़ है और इसपर विचार करने लायक है।