आतंकी से अकेले लोहा ले चुके हैं सारनाथ के नए SO नागेश सिंह, संभाल चुके हैं शि‍वपुर और भेलूपुर थाने की कमान

पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने शुक्रवार को सारनाथ थाने का वार्षिक निरीक्षण के दौरान मिली कमियों से नाखुश होकर सारनाथ प्रभारी निरीक्षक को तत्काल लाइन हाज़िर कर दिया। वहीं सारनाथ थानाध्यक्ष के पोस्ट पर एसएचओ नागेश कुमार सिंह को नई जिम्मेदारी दी गई है। नागेश कुमार इससे पहले भेलूपुर व शिवपुर थानाध्यक्ष कमान भी संभाल चुके हैं। 
 

संवाददाता- ध्यानचंद शर्मा

वाराणसी। पहली पोस्टिंग में ही अकेले आतंकवादी को पकड़ने वाले सारनाथ के नए SO नागेश सिंह भेलूपुर व शिवपुर थानाध्यक्ष भी रह चुके हैं। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने शुक्रवार को सारनाथ थाने का वार्षिक निरीक्षण किया था। इस दौरान मिली कमियों से नाखुश होकर कमिश्नर ने सारनाथ प्रभारी निरीक्षक को तत्काल लाइन हाज़िर कर थानाध्यक्ष के पोस्ट पर एसओ नागेश कुमार सिंह को नई जिम्मेदारी सौंप दी।
 
एसओ नागेश कुमार सिंह अपर पुलिस उपायुक्त मुख्यालय एवं अपराध में वाचक पद पर तैनात रहे, जिन्हें अब थानाध्यक्ष सारनाथ बना दिया गया है। नागेश कुमार सिंह मूल रूप से ग्राम व पोस्ट महुआ थाना जहानागंज जिला आजमगढ़ के निवासी हैं। 16 अगस्त 1997 में इन्होंने सिपाही भर्ती परीक्षा पास करते हुए मुरादाबाद से अपनी ट्रेनिंग पूरी की तथा सिपाही के पद पर बिजनौर जिले में पहली पोस्टिंग हुई। इस दौरान उन्होंने मुठभेड़ के दौरान एक ऐसे आतंकवादी को अकेले मोर्चा लेते हुए पकड़ा, जिसका नाम सुरेंद्र सिंह ग्रेटर था। इस आतंकी ने अमरोहा में एक दरोगा, दो सिपाही होमगार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 

नागेश सिंह की दूसरी पोस्टिंग गाजीपुर जिले में जबकि तीसरी पोस्टिंग सोनभद्र जिले में और चौथी पोस्टिंग जौनपुर में बतौर सिपाही पद पर हुई। जौनपुर में पोस्टिंग के दौरान ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान हुए गोलीकांड का खुलासा करने में इन्होंने अहम भूमिका निभाई। 

2010 में नागेश वाराणसी के एसपी सिटी कार्यालय में भी तैनात रहे। 2013 में इन्होंने दरोगा की परीक्षा दी और बतौर दरोगा पहली पोस्टिंग कौशांबी जिले के सलाहपुर चौकी थाना में सेकंड ऑफिसर के पद पर तैनाती हुई।  करीब 1 साल बाद जिले के मुहूर्त गंज के चौकी इंचार्ज के रूप में इनकी तैनाती हुई।

इसके बाद नागेश कुमार 2015 प्रयागराज में एसओजी और सर्विलांस प्रभारी के रूप में तैनात रहे। इस दौरान उन्होंने अतीक अहमद गैंग के 123 अपराधियों में से 10 अपराधियों को सरेंडर कराया। प्रयागराज के ही थानाध्यक्ष के पद पर रहते हुए इन्होंने बैंक का लॉकर काटकर करीब 8 करोड़ की डकैती का खुलासा किया। साथ ही दुर्गापूजा पंडाल में हुई एक सनसनीखेज हत्या और एक सुनार की दुकान में करीब एक करोड़ की चोरी का भी इन्होंने पर्दाफाश किया। 

2018 में इनकी पोस्टिंग वाराणसी में हुई और भेलूपुर थाना अध्यक्ष पद के रूप में काम करने के बाद इन्हें थानाध्यक्ष शिवपुर की तैनात मिली। कमिश्नर ए सतीश गणेश ने इन्हें अब सारनाथ थानाध्यक्ष की कमान दी है।