डिप्टी सीएम के आगमन पर पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह को पाँच घंटे किया गया नजरबंद 

गुरुवार को डिप्टी सीएम केशव मौर्य के वाराणसी आगमन पर पूर्वांचल किसान यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा कोई प्रदर्शन न हो। इसे देखते हुए पुलिस ने यूनियन के नेताओं को नजरबंद कर दिया। सुबह दस बजे यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल को चौकी पर ले जाया गया। इस घटना से सामाजिक संगठनों और किसानों में रोष व्याप्त है और इस किसान विरोधी सरकार के खिलाफ अपने आंदोलन को जारी रखने की बात कही।
 

वाराणसी। गुरुवार को डिप्टी सीएम केशव मौर्य के वाराणसी आगमन पर पूर्वांचल किसान यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा कोई प्रदर्शन न हो। इसे देखते हुए पुलिस ने यूनियन के नेताओं को नजरबंद कर दिया। सुबह दस बजे यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल को चौकी पर ले जाया गया। इस घटना से सामाजिक संगठनों और किसानों में रोष व्याप्त है और इस किसान विरोधी सरकार के खिलाफ अपने आंदोलन को जारी रखने की बात कही।

जानकारी के अनुसार, तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने और लखीमपुर खीरी कांड पर कई आंदोलन कर चुके यूनियन के पदाधिकारी उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के वाराणसी आगमन पर सक्रिय हो गए। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर प्लानिंग की, लेकिन इसकी भनक एलआईयू इंटेलीजेंट को लग गई, जिसके चलते सुबह में सभी पदाधिकारियों को घर पर नजरबंद कर दिया गया।


पुलिस व प्रशासन ने सबसे पहले लहियां गाँव निवासी प्रदेश सचिव चन्द्र प्रकाश सिंह उर्फ़ छोटू पटेल को निवास पर नज़रबंद कर दिया। उसके बाद अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल के निवास पर सुबह भारी पुलिस फोर्स पहुंच गई जहां नहीं मिलने पर अकेलवा चौकी बुला कर बैठा लिया। जहां कार्यकर्ताओं को भनक लगी कार्यकर्ता चौकी पर इकट्ठे हो गए। कार्यकर्ताओं के दबाव के चलते 5 घंटे चौकी पर बैठाने के बाद योगीराज को निवास हरसोस गाँव ले आए हैं जहां पुलिस नज़रबंद रखी है 

उसके बाद कपरफोरवा निवासी किसान नेता शिवशंकर शास्त्री के घर पर पुलिस सुबह से ही डेरा जमा लिया।

उधर सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने कहा कि प्रशासन नजर बंद करके किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती। किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था खुला है। जब तक काले तीनों कृषि क़ानून सरकार वापस नहीं लेगी, लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तब तक किसान यूनियन प्रदर्शन करता रहेगा।