IIT -BHU : राष्ट्रीय हिन्दी दिवस पर हिन्दी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को मिला पुरस्कार
वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT BHU) में मंगलवार को हिन्दी पखवाड़ा का भव्य समापन हुआ। संस्थान के ऐनी बेसेंट व्याख्यान कक्ष संकुल में समापन समारोह की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक और राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने की। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां भी अपने कार्यक्रम एवं बिजनेस प्रोडक्ट आदि में हिन्दी का प्रचलन बढ़ा रहे हैं। यह हिन्दी भाषा के उत्थान के लिए शुभ संकेत है।
स्वागत संबोधन आचार्य संजय कुमार पांडेय ने किया। इस अवसर पर माननीय शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान जी के संदेश का वाचन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के कुलसचिव श्री राजन श्रीवास्तव ने हिन्दी पखवाड़ा अवधि में संस्थान में आयोजित कार्यक्रमों की आख्या प्रस्तुत की। इस अवसर पर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार त्रिपाठी मंच पर उपस्थित रहे। धन्यवाद सहायक कुलसचिव गंगेश शाह गोंडवाना ने किया। इस अवसर पर कर्मचारियों ने गृहमंत्रालय राजभाषा विभाग द्वारा जारी राजभाषा प्रतिज्ञा ली।
समारोह में पखवाड़ा के दौरान आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया। इसमें कर्मचारियों के लिए हुई हिन्दी में टिप्पण और पत्राचार लेखन प्रतियोगिता में अजीत कुमार यादव को प्रथम, गौरव कुमार को द्वितीय और रवि गर्ग को तीसरा पुरस्कार मिला। वहीं, यूनीकोड के माध्यम से हुई टंकण प्रतियोगिता में अंकित जैन को प्रथम, उत्कर्ष श्रीवास्तव को द्वितीय और जी. जगन मोहन को तीसरा पुरस्कार मिला।
स्वरचित कहानी प्रतियोगिता में उत्कर्ष श्रीवास्तव को प्रथम, संदीप प्रजापति को द्वितीय और डा. पंकज कुमार सिंह को तृतीय पुरस्कार मिला। छात्र वर्ग में मानवी पांडेय प्रथम, गौरव गोपाल नायक द्वितीय और रोहित सिन्हा तृतीय रहे। वहीं, निबंध प्रतियोगिता में अंकित प्रथम, महेंद्र कुमार पटेल द्वितीय और प्रगति गुप्ता तृतीय स्थान पर रहीं। छात्र वर्ग में चक्का फनी सिम्हा प्रथम, अनुराग द्वितीय और आकाश कुमार श्रीवास्तव तृतीय रहे।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में नवनीत पांडेय प्रथम, आशीष कुमार श्रीवास्तव को द्वितीय और अंकित जैन को तृतीय स्थान मिला। व्यंग लेखन प्रतियोगिता में छात्र वर्ग में राजकमल यादव प्रथम, दीपशिखा वर्मा द्वितीय और आकाश तृतीय स्थान पर रहे। इस दौरान हिन्दी में उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए अधिष्ठाता कार्यालय (छात्र कल्याण), स्थापना अनुभाग एवं अनुसंधान एवं विकास कार्यालय को पुरस्कृत किया गया।