CM साहब अगली बार चंद्रा चौराहा से बलुआ वाली रोड का भी नि‍रीक्षण कर लीजि‍ए, शायद सड़क बन जाए 

प्रधानमंत्री ने वाराणसी दौरे पर 1500 करोड़ से अधिक की सौगात काशीवासियों की दी पर शहर में आज भी समस्याओं का अम्बार है। तस्वीरों में दिख रही सड़क चंद्रा चौराहे से बलुआघाट तक जाती है। इस सड़क पर गड्ढों का अम्बार लोगों के लिए बरसात में मुसीबत का कारण बन रहा है। राहगीर इसमें गिर भी रहे हैं पर सरकार और जिला प्रशासन का ध्यान इस तरफ नहीं है। 
 

संवाददाता : राजेश अग्रहरि 

वाराणसी। प्रधानमंत्री ने वाराणसी दौरे पर 1500 करोड़ से अधिक की सौगात काशीवासियों की दी पर शहर में आज भी समस्याओं का अम्बार है। तस्वीरों में दिख रही सड़क चंद्रा चौराहे से बलुआघाट तक जाती है। इस सड़क पर गड्ढों का अम्बार लोगों के लिए बरसात में मुसीबत का कारण बन रहा है। राहगीर इसमें गिर भी रहे हैं पर सरकार और जिला प्रशासन का ध्यान इस तरफ नहीं है। 

रविवार को हुई बरसात में यह सड़क तरणताल सरीखी नज़र आयी। गड्ढे में लोग गिरते सम्भलते देखे गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें उठाया पर उनका चोटिल होना कहीं कहीं सरकार के वादों और प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर गया। 

इस सम्बन्ध में राहगीर संतोष शर्मा ने बताया कि यह रास्ता पंचकोस में आता है उसके बावजूद इसका यह हाल है कि कोई भी इसपर जाना नहीं चाहता। आज बारिश के बाद यहाँ कई राहगीर गिरकर घायल हो चुके हैं। सड़क 5 से 6 महीना हो गया खराब हुए। यहाँ नेता सभासद सभी सोये हुए हैं। स्मार्ट सिटी की बात होती है लेकिन यही है स्मार्ट सिटी। 

चिरईगांव के सत्येंद्र कुमार राय जो कि इसी रास्ते से आते जाते हैं ने बताया कि डेढ़ किलोमीटर का यह रास्ता 6 महीने से खराब है लोग चोटिल भी- गिर के लेकिन अभी तक रोड बनी नहीं है। वहीं पिंटू कुमार यादव ने बताया कि बलुआ घाट जाने वाले इस रास्ते पर दिक्कतों का साम्राज्य है। दो दिन हमारा दूध पूरा इसी गड्ढे में गिर गया। 

कपिलधारा के रहने वाले शुभम शर्मा ने बताया कि इस जगह का यह हाल पिछले कई महीनों से यही हाल है जिसका कारण है कि‍सी भी जि‍म्‍मेदार अधि‍कारी या नेता का इस ओर न आना। उन्‍होंने कहा कि‍ मुख्‍यमंत्री जी अभी कुछ दि‍न पहले आशापुर आये थे, मगर इधर कोई नहीं आता है। यहां कुछ दिन पहले ही गिट्टी गिरी थी, पर कोई काम नहीं हुआ, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं।

 देखिए वीडियो