कोरोना में भी नहीं डि‍गा BLW कर्मि‍यों का उत्‍साह, अप्रैल-मई में 35 रेल इंजन हुए तैयार, 1 मोज़ाम्‍बि‍क रवाना

वाराणसी। कोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान जब पूरा देश मानो थम सा गया था, उस वक्‍त भी वाराणसी स्‍थि‍त रेल इंजन बनाने के सबसे बड़े प्रोडक्शन युनि‍ट यानी 'बनारस रेल इंजन कारखाना' के कर्मचारि‍यों का मनोबल ऊंचा बना रहा। यही कारण है कि‍ बीते अप्रैल-मई महीने में बीएलडब्‍ल्‍यू में 34 वि‍द्युत रेल इंजन और 1 डीजल रेल इंजन का रि‍कॉर्ड नि‍र्माण कि‍या गया। गौरतलब है कि‍ बीते वर्ष ये संख्‍या मात्र 8 रेल इंजन की थी। 
 

वाराणसी। कोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान जब पूरा देश मानो थम सा गया था, उस वक्‍त भी वाराणसी स्‍थि‍त रेल इंजन बनाने के सबसे बड़े प्रोडक्शन युनि‍ट यानी 'बनारस रेल इंजन कारखाना' के कर्मचारि‍यों का मनोबल ऊंचा बना रहा। यही कारण है कि‍ बीते अप्रैल-मई महीने में बीएलडब्‍ल्‍यू में 34 वि‍द्युत रेल इंजन और 1 डीजल रेल इंजन का रि‍कॉर्ड नि‍र्माण कि‍या गया। गौरतलब है कि‍ बीते वर्ष ये संख्‍या मात्र 8 रेल इंजन की थी। 

बनारस रेल इंजन कारखाना के जनसंपर्क अधि‍कारी राजेश कुमार के अनुसार महाप्रबंधक अंजली गोयल के कुशल नेतृत्व एवं दिशा निर्देशन में बीएलडब्‍ल्‍यू नि‍त नयी ऊंचाइयों को छू रहा है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान शुरुआत में बीएलडब्‍ल्‍यू परिसर में कोविड पॉज़िटिवि‍टी दर काफी ऊंची हो गयी थी। इससे निपटने में अधिकारियों, कर्मचारियों एवं कर्मचारी परिषद के सदस्यों की टीम ने काफी अनुकरणीय सफलता दर्ज की है। टीम की कार्य प्रणाली और मेडिकल टीम के समर्पित देखभाल का नतीजा ये रहा कि‍ दूसरी लहर में 20% से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कोविड से प्रभावित होने के बावजूद बरेका ने कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करते हुए कारखाने में प्रोडक्‍शन जारी रखा। 

राजेश कुमार के अनुसार इस दौरान जो कर्मचारी वेक्सिन की दूसरी डोज ले चुके थे एवं जिस कर्मचारी को कोविड हो चुका था उसके स्वस्थ होने के बाद सभी ने पुनः दृढ निश्चय एवं सावधानी से कार्य जारी रखा। इससे कि हम एक्सपोर्ट ऑर्डर को न केवल समय से पूरा कर पा रहे हैं बल्कि इस अवधि (अप्रैल-मई 2021) में पिछले वर्ष के 8 रेल इंजनों के उत्पादन की तुलना में 34 विद्युत रेल इंजन एवं मोज़ाम्बिक निर्यात के लिए तीसरे डीजल रेल इंजन का उत्पादन किया गया है। इस डीजल रेल इंजन को आज मोजांबिक के लि‍ये रवाना कि‍या जा रहा है। 

जनसंपर्क अधि‍कारी राजेश कुमार ने बताया कि‍ मोज़ाम्बिक को एक्‍सपोर्ट करने के लि‍ये हमारा चौथा रेल इंजन भी बनकर लगभग पूरी तरह से तैयार है, जिसकी टेस्टिंग की जा रही है, इसे भी जल्द ही मोजांबिक के लिए रवाना कर दिया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि‍ बीएलडब्‍ल्‍यू विपरित परिस्थितियों के बीच भी अपना टारगेट पूरा करने के साथ-साथ एक्सपोर्ट ऑर्डर को भी समय से पूरा करने के लिए दृढ संकल्पित है। इससे सि‍र्फ बीएलडब्‍ल्‍यू ही नहीं बल्कि पूरे भारत की प्रतिष्ठा बढ़ेगी तथा मेक इन इंडिया कार्यक्रम को और बढ़ावा मिलेगा।

राजेश कुमार के अनुसार मोजांबिक सरकार से 3000 एचपी केप गेज के 6 अत्याधुनिक तकनीक के रेल इंजनों का निर्यात आदेश बीएलडब्‍ल्‍यू को प्राप्त हुआ था। बीते 10 मार्च, 2021 को 3000 एचपी केप गेज मोजांबिक को निर्यात के लि‍ये दो रेल इंजन को हरी झंडी दिखाकर केंद्रीय रेल, वाणिज्य और उद्योग और उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल एवं जनेफर अब्दुलई परिवहन और संचार मंत्री, मोजाम्बिक सरकार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रवाना किया था। शेष अन्य 2 (पांचवा व छठा) इंजन भी शीघ्र बनाकर एक्सपोर्ट ऑर्डर को समय से पूरा कर लिया जाएगा।