क्या वैश्विक नेताओं पर भी सामान्य नियम लागू होने चाहिए, ट्विटर ने मांगी राय

 
सैन फ्रांसिस्को। ट्विटर ने शुक्रवार को एक सर्वे शुरू किया, जिसमें लोगों की राय मांगी गई है कि माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर नियमों का उल्लंघन करने पर वैश्विक नेताओं के लिए भी क्या अन्य लोगों के समान ही नियम-कायदे लागू होने चाहिए और क्या उनके खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई होनी चाहिए।

सर्वेक्षण के तहत प्रश्नावली हिंदी, अरबी, अंग्रेजी और उर्दू सहित 14 भाषाओं में उपलब्ध है।

दरअसल ट्विटर, फेसबुक और सोशल मीडिया के अन्य मंच वैश्विक नेताओं से व्यवहार के तरीकों को लेकर निगरानी के दायरे में आए हैं। इस साल छह जनवरी को वाशिंगटन में हुई हिंसा के बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्विटर अकाउंट को बंद कर दिया गया था।

फेसबुक ने अपने स्वतंत्र ओवरसीज बोर्ड से पूछा है कि क्या ट्रंप पर प्रतिबंध जारी रहना चाहिए।

ट्विटर ने कहा कि वह यह भी सोचता है कि किसी विश्व नेता को किसी नियम का उल्लंघन करने पर किस प्रकार की प्रवर्तन कार्रवाई उचित है।

ट्विटर ने कहा है कि हमारा लक्ष्य एक ऐसी नीति बनाने का है, जो मूलभूत मानवाधिकारों को उपयुक्त रूप से संतुलित रखता हो और वैश्विक संदर्भ को ध्यान में रखता हो।

सर्वेक्षण 12 अप्रैल को बंद होगा।

ट्विटर ने कहा कि यह दुनिया भर में मानवाधिकार विशेषज्ञों, नागरिक समाज संगठनों और शिक्षाविदों की एक श्रृंखला के साथ परामर्श करने की प्रक्रिया में है, जिसकी प्रतिक्रिया आगामी रूपरेखा में नीतिगत रूपरेखा में परिलक्षित होगी।

ट्विटर ने कहा कि वह कई मानवाधिकार विशेषज्ञों, नागरिक संस्थाओं और अकादमिक जगत के विशेषज्ञों से विचार-विमर्श करने की प्रक्रिया में जुटा हुआ है। इन लोगों की प्रतिक्रिया मसौदा नीति में आने वाले बदलावों में दिखेंगी।

--आईएएनएस