धरना समाप्त करने में प्रशासन और पालिका की वार्ता विफल
उत्तरकाशी, 26 दिसंबर (हि.स.)।नगरपालिका बाराहाट उत्तरकाशी में तांबाखानी सुरंग के बाहर लगे कूड़े के ढेर को लेकर धरना पर बैठे प्रदर्शन कारियों से वार्ता करने पहुंचे तहसीलदार और पालिका के एओ की वार्ता विफल रही है।
एक सप्ताह भर से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता गोपीनाथ सिंह रावत और साथियों को
शहर में फैले व्यापक कूड़े-कचरे के निस्तारण को लेकर शुक्रवार को भी धरना जारी रहा है।
इस दौरान प्रशासन की ओर से तहसीलदार एवं नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक वार्ता करने धरना स्थल पर पहुंचे लेकिन पालिका के अधिकारियों द्वारा कूड़े के स्थायी एवं वैज्ञानिक निस्तारण को लेकर कोई ठोस रणनीति और लिखित या समयबद्ध कार्ययोजना प्रस्तुत नहीं कर पाए जिससे वार्ता विफल हो गई।
धरने का नेतृत्व कर रहे गोपीनाथ सिंह रावत पालिका का प्रस्ताव स्पष्ट रूप से अस्वीकार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया है कि शहर की गंभीर स्वच्छता समस्या किसी दिखावटी वार्ता या खोखले वादों से हल नहीं होगी।
गोपीनाथ सिंह रावत ने कहा हम प्रशासन से स्पष्ट शब्दों में कहना चाहते हैं कि जब तक कूड़े के निस्तारण हेतु ठोस प्लान, समयसीमा और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय नहीं की जाती, तब तक यह अनिश्चितकालीन धरना पूरी मजबूती के साथ जारी रहेगा। उत्तरकाशी की जनता का स्वास्थ्य, पर्यावरण और शहर की गरिमा किसी भी कीमत पर दांव पर नहीं लगने दी जाएगी। यह आंदोलन जनता के हित में है और प्रशासन को अब टालमटोल छोड़कर वास्तविक समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल