दिल्‍ली में केदारनाथ मंदिर के प्रतीकात्मक निर्माण का किया विरोध

 


रुद्रप्रयाग, 14 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली के बुराड़ी में भगवान केदारनाथ के प्रतीकात्मक मन्दिर बनाने तथा मन्दिर के शिलान्यास में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से शिरकत करने और ट्रस्ट का नाम केदारनाथ धाम ट्रस्ट रखने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में एक प्रार्थना याचना सभा का आयोजन किया। सभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और चेतावनी दी कि यदि एक माह के अंदर ट्रस्ट के नाम से केदारनाथ धाम नहीं हटाया गया तो प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू किया जायेगा।

बद्री केदार मन्दिर समिति के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि केदारनाथ धाम युगों से सनातन धर्म के आस्था व विश्वास का केन्द्र रहा है तथा दिल्ली के बुराड़ी में केदारनाथ के प्रतीकात्मक मन्दिर का निर्माण करने से करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर ठेस पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम हमारी आध्यात्मिक सम्पत्ति है। इसलिए प्रति वर्ष करोड़ों श्रद्धालु बाबा के धाम में आकर विश्व समृद्धि की कामना करते हैं।

पूर्व विधायक मनोज रावत ने कहा कि केदारनाथ के प्रतीकात्मक मन्दिर के निर्माण का विरोध सर्वप्रथम मन्दिर समिति को करना चाहिए तथा केदारनाथ धाम युगों से आस्था व चेतना का केन्द्र रहा है। इसलिए प्रतीकात्मक मन्दिर के निर्माण का पुरजोर विरोध किया जायेगा।

इस अवसर पर कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे तथा केदारनाथ के प्रतीकात्मक मन्दिर का घोर विरोध किया, जबकि सभा का संचालन कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अवतार नेगी ने किया।

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