मुख्यमंत्री धामी बोले- युवा सोच और सकारात्मक अप्रोच के साथ गांवों को विकसित बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे युवा
- मुख्यमंत्री ने 394 ग्राम विकास अधिकारियों को प्रदान किए नियुक्ति पत्र
- विकसित भारत के लिए गांवों की सामाजिक व आर्थिक मजबूती जरूरी
देहरादून, 07 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्य सेवक सदन में ग्राम विकास विभाग के अंतर्गत अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के माध्यम से चयनित 394 ग्राम विकास अधिकारियों के पद पर नियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि युवा सोच और सकारात्मक अप्रोच के साथ गांवों को विकसित बनाने में युवा कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों के विकास से जुड़े कार्य संपादन प्रक्रिया आज महत्वपूर्ण कड़ी है। गांवों के विकास पर ही देश का विकास निर्भर है। गांवों तक बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने की जिम्मेदारी सरकार की है, पर इसके साथ ही इन गांवों के अंदर का अवस्थापना सुविधाएं मजबूत रखने की जिम्मेदारी ग्राम विकास अधिकारियों के कंधों पर है। ऐसे में गांवों के अंदर के रास्ते ठीक हों, जल निकासी की व्यवस्था अच्छी हो और राज्य सरकार की तरफ से आने वाले फंड का पारदर्शी तरीके से सही जगह पर उपयोग हो। गांवों में अंतिम छोर पर रहने वाले व्यक्ति की मदद हो, उनको राज्य सरकार की सभी योजनाओं और नीतियों का लाभ मिले, इस दिशा में भी काम करना है।
उत्तराखंड में सरकार ने अंत्योदय के सिद्धांत को किया अंगीकार-
विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समर्पित हैं। विकसित भारत के लिए गांवों की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करना बहुत आवश्यक है। सरकार ने अंत्योदय के सिद्धांत को अंगीकार करते हुए गांवों के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 80 करोड़ लोगों को अन्न उपलब्ध कराया गया है।
डबल इंजन की सरकार में बदल रही युवाओं की दिशा-
ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में युवाओं की दिशा बदल रही है। वे हर क्षेत्र में नए-नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मूल मंत्र- सरलीकरण, समाधान तथा निस्तारण के आधार पर गांव का विकास होगा तो राज्य का विकास होगा और राज्य का विकास होगा तो देश का विकास होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज