मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर किया विचार विमर्श
देहरादून, 13 अप्रैल (हि.स.)। वोटर जागरुकता में जनसंपर्क की भूमिका पर पीआरएसआई देहरादून चैप्टर की ओर से शनिवार को राउंड टेबल कांफ्रेंस आयोजित की गई। इस दौरान राज्य में अपेक्षाकृत कम मतदान प्रतिशत के कारणों और इसे बढ़ाने पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया।
समाजसेवी अनूप नौटियाल ने बतौर मुख्य वक्ता उत्तराखंड में पिछले लोकसभा चुनावों में वोट प्रतिशत के आंकड़े साझा करते हुए बताया कि पहले की अपेक्षा उत्तराखंड में लोकसभा चुनावों में वोट प्रतिशत बढ़ा है, परंतु हम अभी भी राष्ट्रीय औसत से कम हैं। इस गैप को कम करने के लिए दीर्घकालीन योजना पर गंभीरता से काम किए जाने की जरूरत है। इसे एक सामाजिक दायित्व की तरह लेना होगा। युवा वर्ग को विशेष रूप से प्रेरित करना होगा। वोटर जागरूकता कार्यक्रमों में जनसहभागिता बढ़ानी होगी।
उपनिदेशक सूचना और निर्वाचन में नोडल मीडिया रवि बिजारनिया ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मतदान प्रतिशत को बढ़ाए जाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में मुख्य निर्वाचन अधिकारी बी.वी.आर.सी.पुरुषोत्तम के निर्देश पर मतदान शपथ का अभियान चलाया गया। युवाओं को प्रेरित करने के लिए सोशल मीडिया पर खास तौर पर फोकस किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की सोशल मीडिया एक्टिविटीज की भारत निर्वाचन आयोग की ओर से भी सराहना की गई है।
कांफ्रेंस में प्रतिभागियों की ओर से उठाए गए बिंदुओं पर बताया गया कि वोटर आईडी ना होने पर आधार कार्ड सहित 12 अन्य पहचान पत्रों का उपयोग किया जा सकता। मतदाता सूची में नाम होना जरूरी है। वोटर हेल्प लाइन एप से मतदाता सूची में अपने नाम की जांच के साथ ही मतदान केंद्र की जानकारी भी ली जा सकती है।
हुडको के क्षेत्रीय प्रबंधक संजय भार्गव ने कहा कि मतदान प्रतिशत को बढ़ाने में हम सभी को सामाजिक भागीदारी निभानी होगी। पीआरएसआई चैप्टर के सचिव अनिल सती ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि पीआरएसआई की ओर से विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में कार्यरत रही है। कार्यक्रम में सभी का स्वागत पीआरएसआई के कोषाध्यक्ष सुरेश चंद्र भट्ट और नेशनल काउंसिल के सदस्य अनिल वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज