अमृता की मौत पर जिला अस्पताल में फूटा ग्रामीण का गुस्सा, परिजनों ने काटा हंगामा

 




उत्तरकाशी, 02 दिसम्बर (हि.स.)। ऋषिकेश के वंतन्तरा रेस्टोरेंट के बाद उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगभग 12 किमी दूर कफलौं बेसिक होमस्टे में अमृता (अंजलि) का फांसी के फंदे से लटकता शव मिला। शुक्रवार को पुलिस ने शव को जिला अस्पताल के शव विच्छेदन गृह में रख दिया था। शनिवार को पोस्टमार्टम हो गया है।

इस दौरान नाबालिग की मौत का कारण जानने गांव-गांव से लोग अस्पताल के बाहर जमा रहे। परिजनों के साथ ही ग्रामीणों को शक है कि अमृता (अंजलि) की हत्या की गई। इसके बाद शव फंदे से लटका दिया गया। इसको लेकर सीएमएस कार्यालय में ग्रामीणों ने जमकर पुलिस के खिलाफ़ नारेबाजी की और अमृता को न्याय दिलाने की मांग रखी।

शनिवार को क्षेत्र से महिलाएं, पुरुष और युवा अस्पताल में मौजूद हैं। सुबह युवाओं के एक शिष्टमंडल ने प्रभारी जिलाधिकारी से मुलाकात की। जिलाधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तत्काल कार्रवाई होगी। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है और होमस्टे के मालिक अनिल कुडियाल और कुक मैन को हिरासत में लिया है। पूछताछ में उन युवाओं ने क्या बताया, अभी इसको सार्वजनिक नहीं किया गया है। फिलवक्त सबको पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

अस्पताल में गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान लोगों के बीच मौजूद हैं। प्रभारी डीएम तिरथ पाल सिंह,पुलिस उपाधीक्षक अनुज कुमार उप जिलाधिकारी चतर सिंह, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा वीं एस रावत, डा. प्रेम पोखरियाल भी अस्पताल में ही हैं और अस्पताल को पुलिस ने पूरी तरह से घेर रखा गया है।

जिला अस्पताल में पूर्व जिला पंचायत सदस्य कमल सिंह रावत कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनीष राणा, जिला पंचायत सदस्य मनोज मिनान,पुष्पा चौहान, पवित्र राणा, ममता रावत आदि का कहना है कि फंदे से लटके शव के पैर ज़मीन को छूते हुए थे, जिससे इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि उसकी हत्या हुई है। ग्रामीण इसे आत्महत्या मानने को बिल्कुल तैयार नहीं हैं। सीओ अनुज कुमार ने बताया कि मामले में पीएम रिपोर्ट देखने के बाद ही आगे की कार्रवाई कि जायेगी।

हिंदुस्थान समाचार/चिरंजीव सेमवाल

/रामानुज