पुष्प प्रदेश बनेगा उत्तराखंड, अंतरराष्ट्रीय बाजार के खुलेंगे द्वार : राज्यपाल

 


- पुष्पोत्पादन के लिए उपयुक्त है उत्तराखंड की भौगोलिक एवं जलवायु परिस्थितियां

देहरादून, 20 फरवरी (हि.स.)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने कहा कि उत्तराखंड के पुष्पों की एक अलग पहचान है। यहां फूलों के उत्पादन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं, जो उत्तराखंड के लिए वरदान साबित होगी। राजभवन देहरादून में 2003 से पुष्प प्रदर्शनी के रूप में शुरू हुआ वसंतोत्सव दिन-प्रतिदिन लोकप्रिय होकर अब एक बड़े सांस्कृतिक व आर्थिक उत्सव में बदल चुका है।

राजभवन में मंगलवार को आयोजित कर्टेन रेजर में राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियां एवं जलवायु पुष्पोत्पादन के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि पुष्पों को व्यवसायिक गतिविधियों के साथ जोड़ने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे। साथ ही निकटवर्ती क्षेत्रों के अलावा देश एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यहां के पुष्पों को पहुंचाने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य को पुष्प प्रदेश बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए।

राज्यपाल ने कहा कि वसंतोत्सव के आयोजन से पुष्पोत्पादन के क्षेत्र में जनसाधारण एवं कृषकों में विशेष रुचि विकसित हुई है और इसे निरंतर व्यापकता देने का प्रयास किया जा रहा है। कर्टेन रेजर में सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण विनोद कुमार सुमन, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस भदौरिया, निदेशक उद्यान दिप्ति सिंह, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय आदि थे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज