औली से गौरसों बुग्याल तक रोपवे के लिए सर्वे कराया जाए: सतपाल महाराज
- उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की 23 वीं बोर्ड बैठक संपन्न
-मंत्री का गूंजी को पर्यटन गर्तव्य के रूप में विकसित करने पर जोर
देहरादून, 7 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की 23वीं बोर्ड बैठक बुधवार को हुई। इस दौरान विभागीय मंत्री सतपाल महाराज ने औली से गौरसों बुग्याल तक रोपवे के लिए सर्वे कराने और गूंजी को पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने पर जोर दिया।
बुधवार को गढ़ी कैंट स्थित परिषद कार्यालय में पर्यटन विकास परिषद के अध्यक्ष और पर्यटन मंत्री महाराज की अध्यक्षता में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की 23 वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई। बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा के पश्चात् बोर्ड सदस्यों का मंतव्य प्राप्त किया गया। बैठक में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (समूह 'क' और 'ख') सेवानियमावली-2013 में संशोधन का प्रस्ताव पारित करने के साथ-साथ वर्ष 2024-25 में प्रस्तावित साहसिक पर्यटन के इंवेन्ट कलेण्डर का अनुमोदन प्रदान किया गया।
बैठक में जागेश्वर धाम, महासू देवता,ओम पर्वत, मुनस्यारी, जादौन एवं टिम्बरसैण आदि के सुनियोजित विकास के सम्बन्ध में हो रहे कार्यों से बोर्ड को अवगत कराया गया। चंपावत में 10 प्रमुख नौलो के सुधार और पर्यटन के दृष्टि से विकसित करने के लिए अग्रेत्तर दस्तावेजीकरण, मानचित्र और डीपीआर गठन की कार्यवाही के संबंध में जानकारी दी गई। केदारनाथ और बदरीनाथ की भांति गंगोत्री-यमुनोत्री धाम का प्लान तैयार करने के लिए कन्सलटैन्ट का चयन कर अग्रेत्तर कार्यों के संबंध में बोर्ड को बताया गया। प्रमुख पर्यटक स्थलों जैसे ऋषिकेश व नैनीताल में ठंडी सड़क आदि में डेस्टिनेशन के बारे में चर्चा की गई। कार्मिकों से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों आदि पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
बोर्ड बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की ओर से विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि पिथौरागढ़ के गूंजी में महार्षि वेदव्यास की मूर्ति स्थापित कर एक पर्यटन गर्तव्य के रूप में विकसित किया जाये। गुड़गांव स्थित किंगडम ऑफ ड्रीम्स की तर्ज पर थीम पार्क विकसित करने पर विचार करने को कहा। मंत्री ने कहा कि औली से गौरसों बुग्याल तक रोपवे निर्माण के लिए सर्वे कराने के साथ ही राज्य के प्रमुख मार्गों पर इलैक्ट्रीक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण किया जाए।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि राज्य में स्थित प्रमुख पुलों से बंजी जम्पिंग की संभावनाओं पर कार्य किया जाये। एस्ट्रो टूरिज्म की संकल्पना कर कार्यक्रम बनाया जाए। पर्यटन के क्षेत्र में रिसर्च एण्ड डेवल्पमेन्ट और कौशल विकास पर बोर्ड की ओर से सुदृढ़ रणनीति तय की जाये। परित्यक्त पुलों पर पर्यटकों के लिए विभिन्न सुविधाओं के विकास पर कार्य करने पर जोर दिया।
पर्यटन मंत्री की ओर से विभाग के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की गयी और सभी अधिकारियों को उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश बनाने के लिए विभिन्न नीतियों और एक नई सोच के साथ कार्य करने के लिये प्रेरित किया। बैठक में सचिव पर्यटन/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन कुर्वे सहित पर्यटन विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / सुनील कुमार सक्सैना