उत्तराखंड कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र, विभिन्न मुद्दों पर कार्रवाई की मांग

 


देहरादून, 12 सितंबर (हि.स.)। उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर विभिन्न मुद्दों पर कार्रवाई की मांग की है। मोदी को लिखे पत्र में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि स्वाधीनता दिवस की वर्षगांठ पर आपने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश की जनता को भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने का भरोसा दिलाया था परंतु पूरे देश में भाजपा शासित प्रदेशों के मंत्री एवं भाजपा कार्यकर्ता पूरी तरह भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं। उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोपों के मामले में विशेष न्यायाधीश (सतर्कता) मनीष मिश्रा की अदालत ने कृषि मंत्री पर मुकदमा चलाने की अनुमति के लिए मंत्री परिषद से निर्णय लेने के निर्देश इसका जीता-जागता उदाहरण है। भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले पर राज्य सरकार के स्तर से तत्काल निर्णय लिया जाना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने यह भी कहा कि आपने अपने अभिभाषण में कहा था कि जब बलात्कार की खबरें आती हैं तो मीडिया में इसकी खूब चर्चा होती है, लेकिन जब बलात्कारी को सजा मिलती है तो चर्चा नहीं होती। मैं चाहता हूं कि उनकी सजा पर भी चर्चा हो, उन्हें फांसी पर लटकाना चाहिए। ये डर पैदा करना जरूरी है। इसको लेकर जनमानस में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जैसे राज्य में गत तीन वर्ष के अंतराल में हत्या, चोरी, डकैती, मासूमों से बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। इन घटनाओं से पूरी मानवता शर्मसार हुई है तथा देवभूमि की अस्मिता पर भारी चोट पहुंची है। अंकिता भंडारी जघन्य हत्याकांड, हरिद्वार के बहादराबाद में 14 वर्ष की नाबालिग से सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या, अल्मोड़ा जनपद के सल्ट में नाबालिग के साथ बलात्कार तथा मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र चंपावत में नाबालिग के साथ बलात्कार की घटनाओं में सत्ताधारी दल के नेताओं की संलिप्तता और भी गंभीर चिंता का विषय है। इससे जनता में भय व्याप्त है। आमजन विषेशकर महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं।

करन माहरा ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में सत्ताधारी दल के रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल के छोटे भाई सतीश नैनवाल को भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हथियारों की तस्करी करते हुए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों द्वारा चेकिंग के दौरान नकदी एवं जिंदा कारतूसों के साथ पकड़ा जाना गंभीर चिंता का विषय है। साथ ही सीमावर्ती राज्य होने के चलते यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा अत्यंत संवेदनशील मामला है। इसकी जांच एनआईए से कराई जाए। करन माहरा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इन ज्वलंत मुद्दों पर शीघ्र निर्णय लेने की मांग की है।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण