रवांई लोक महोत्सव: दूसरे दिन पारंपरिक आयोजन और सांस्कृतिक रंगारंग प्रदर्शन
-मेले हमारी संस्कृति के संवाक : दीपक बिजल्वाण
उत्तरकाशी, 27 दिसंबर (हि.स.)। नौगांव में तीन दिवसीय रवांई लोक महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को पारंपरिक ढोल सागर प्रतियोगिता और रवांल्टी कवि सम्मेलन मेले का मुख्य आकर्षण रहे। यह महोत्सव नौगांव ब्लॉक में ग्रामीण संस्कृति, परंपराओं और यमुना घाटी की लोक विरासत को पहचान देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण,कार्यक्रम अध्यक्ष जिला पंचायत सदस्य सुखदेव सिंह रावत और विशिष्ट अतिथि डॉ.स्वराज विद्वान और महावीर सिंह रवांल्टा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। रवांई लोक महोत्सव में शनिवार को ढोल बाजे, पेसारे, कवि सम्मेलन और विविध रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही।
इस मौके पर दीपक बिजल्वाण ने कहा कि मेले हमारी संस्कृति के संवाहक हैं और यह हमारी विरासत व परंपराओं से हमें जोड़ते हैं। उन्होंने बताया कि रवांई लोक महोत्सव इस क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को और अधिक मजबूती से प्रस्तुत कर रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत सदस्य सुखदेव सिंह रावत ने आयोजकों को बधाई दी। महोत्सव के दौरान लोक गायक जयदेव सिंह,किशोरी लाल,सावित्री राणा और रतियानंद सहित अन्य कलाकारों ने पारंपरिक लोक गीतों और नृत्यों से उपस्थित मेलार्थियों का मनोरंजन किया। स्थानीय लोगों ने इन प्रस्तुतियों का खूब आनंद लिया।
महोत्सव पंडाल में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों की विविध प्रस्तुतियां मेले का मुख्य आकर्षण रहीं। इससे पहले दिनेश रावत की ओर से लिखित तीन भाषाओं में “रवांल्टी शब्द कोष” पुस्तक का विमोचन किया गया। वहीं,अतिथियों को योगेश बंधानी ने “युवा हिमालय” के उत्पाद भेंट किए।
हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल