पांच साल में उत्तराखंड पुलिस के खर्च में 419 प्रतिशत की बढ़ोतरी

 


-आरटीआई में खुलासा : गुप्त सेवा व्यय 16 गुना,परिश्रमिक 243 गुना बढ़ा

देहरादून, 29 दिसंबर (हि.स.)। उत्तराखंड पुलिस के कुल खर्च में पिछले पांच वर्षों के दौरान भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में जहां पुलिस का कुल खर्च 40 करोड़ 37 लाख 73 हजार 683 रुपये था, वहीं वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह 419 प्रतिशत बढ़कर 209 करोड़ 63 लाख 90 हजार 034 रुपये तक पहुंच गया है। यह खुलासा सूचना अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी से हुआ है।

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) की ओर से उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से पुलिस थानों में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार लगाए गए सीसीटीवी कैमरों समेत विभिन्न मदों में हुए खर्च की जानकारी मांगी गई थी। इसके जवाब में पुलिस मुख्यालय के लोक सूचना अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक (कार्यालय व्यय) कमलेश उपाध्याय ने पत्रांक 579 के माध्यम से बजट मैनुअल-8 के अंतर्गत वर्ष 2021-22 से 2024-25 तक के व्यय विवरणों की सत्यापित प्रतियां उपलब्ध कराई हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 में पुलिस विभाग का कुल खर्च 40.37 करोड़ रुपये था, जो वर्ष 2021-22 में 59 प्रतिशत बढ़कर 64.35 करोड़ रुपये हो गया। वर्ष 2022-23 में यह घटकर 42.10 करोड़ रुपये रह गया, लेकिन 2023-24 में यह तीन गुना से अधिक बढ़कर 146.77 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। वर्ष 2024-25 में यह खर्च बढ़कर 209.63 करोड़ रुपये हो गया।

2024-25 में प्रमुख मदों पर खर्च

वित्तीय वर्ष 2024-25 में वेतन मद पर 19.01 करोड़ रुपये, महंगाई भत्ते पर 9.94 करोड़, अन्य भत्तों पर 1.74 करोड़, परिश्रमिक मद पर 27.73 करोड़, कंप्यूटर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर एवं अनुरक्षण पर 10.49 करोड़, व्यवसायिक एवं विशेष सेवाओं पर 5.92 करोड़, कार्यालय वाहन क्रय पर 24.95 करोड़ तथा वाहन संचालन, अनुरक्षण एवं ईंधन पर 37.98 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसके अतिरिक्त मशीन उपकरण, सज्जा एवं संयंत्र मद में 47.25 करोड़, अनुरक्षण व्यय पर 9.99 करोड़, सामग्री एवं आपूर्ति पर 3.99 करोड़ तथा लघु निर्माण कार्यों पर 5.99 करोड़ रुपये व्यय किए गए। गुप्त सेवा मद में 1.50 करोड़ रुपये खर्च दर्शाया गया है।

सीसीटीवी मद में 17 गुना वृद्धि

पुलिस अधीक्षक (बजट) द्वारा पत्रांक 556(1) के माध्यम से बताया गया कि थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का खर्च मानक मद-40 (मशीन उपकरण, सज्जा एवं संयंत्र) के अंतर्गत किया गया है। इस मद में वर्ष 2020-21 में 2.49 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, जो वर्ष 2024-25 में बढ़कर 47.25 करोड़ रुपये हो गए। इस प्रकार इस मद में 17 गुना से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।

किन मदों में कितनी बढ़ोतरी

सूचना से स्पष्ट है कि जहां वेतन, लेखन सामग्री, फर्नीचर, कार्यालय व्यय जैसी मदों में केवल 25 प्रतिशत तक की मामूली वृद्धि हुई है, वहीं चिकित्सा प्रतिपूर्ति में 63 प्रतिशत और सामग्री आपूर्ति मद में 55 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।

इसके विपरीत परिश्रमिक मद में 2422 प्रतिशत, किराया एवं कर स्वामित्व में 2882 प्रतिशत, विज्ञापन में 2643 प्रतिशत, कंप्यूटर हार्डवेयर में 3165 प्रतिशत, व्यवसायिक सेवाओं में 1874 प्रतिशत, वाहन क्रय में 7130 प्रतिशत, वाहन संचालन एवं ईंधन में 6121 प्रतिशत, गुप्त सेवा में 1567 प्रतिशत, मशीन उपकरण में 1790 प्रतिशत तथा लघु निर्माण मद में 2080 प्रतिशत की अत्यधिक वृद्धि सामने आई है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार