गंगा सभा के महामंत्री ने मां गंगा की महिमा को लेकर दिया व्याख्यान

 




हरिद्वार, 21 दिसंबर (हि.स.)। हरिद्वार और हरकीपैड़ी की प्रबंधकारिणी संस्था गंगा सभा के इतिहास में आज का दिन एक गौरवपूर्ण क्षण के रूप में दर्ज हो गया। जब जर्मनी की फ्रैंकफर्ट पार्लियामेंट में गंगा सभा के प्रतिनिधि के रूप में सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने अपना व्याख्यान दिया।

यह पहला मौका है, जब किसी भारतीय ने जर्मनी जाकर फ्रैंकफर्ट पार्लियामेंट में मां गंगा की महिमा को लेकर संबोधन दिया।

मां गंगा को लेकर जर्मनी फ्रैंकफर्ट संसद में जल एवं जीवन विषय पर आयोजित कार्यक्रम में श्रीगंगा सभा हरिद्वार के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। तन्मय वशिष्ठ ने आज फ्रेंकफर्ट पार्लियामेंट को संबोधित करते हुए कहा कि मां गंगा हमारे लिए नदी न होकर एक मां समान देवी हैं, जिनका धरती पर अवतरण मानवता के कल्याण और मोक्ष प्रदान करने के लिए हुआ है। एक हिंदू के जन्म से लेकर मृत्यु तक के सभी धार्मिक अनुष्ठान एवं धार्मिक कार्य मां गंगा के जल के बिना पूर्ण नहीं होते हैं। मां गंगा हमारे पापों को हरते हुए हमें आध्यात्मिक एवं आत्मिक रूप से शुद्ध व पवित्र करती है। जिससे हमारी सोच सात्विक एवं संस्कारी बनती है।

उन्होंने कहा कि मां गंगा के धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ सांस्कृतिक, सामाजिक एवं देश के लिए आर्थिक महत्व भी बहुत बड़ा है। मां गंगा पूरी भारतीय सभ्यता और संस्कृति को बिना किसी भेदभाव के एक सूत्र में पिरोते हुए गोमुख से गंगासागर तक अपनी यात्रा तय करती है। पर्यावरण की दृष्टि से भी मां गंगा भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।भारत देश की कुल आबादी की लगभग 40% आबादी गंगा बेसिन में निवास करती है, जिसकी जल की आवश्यकताओं की आपूर्ति भी मां गंगा करती है। मां गंगा भारत की सनातन संंस्कृति और भारत के अस्तित्व की पर्याय है।

जर्मनी पहुंचने पर तन्मय वशिष्ठ का फ्रैंकफर्ट के सांसद राहुल कुमार ,सांसद सिल्विया कुंज़, जॉर्ज बॉक्सहाइमर, ताबियास मैनफ्रेड , उर्सुला श्मिड्ट, करिन केलरमैन, हिंदू मंदिर सभा के अध्यक्ष किशन अग्रवाल, संजय कपूर अध्यक्ष अफ़ग़ान हिंदू गुरद्वारा सभा, कश्मीरा भुट्टा अध्यक्ष रविदास गुरद्वारा , सीमा शर्मा अध्यक्ष हिंदू वाहिनी सभा , डॉ. पाटी सहित अन्यों ने स्वागत किया।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला