बैठक में बलिदानी और सैनिक परिवारों के हितों पर जोर

 


चंपावत, 26 दिसंबर (हि.स.)। बलिदानी की स्मृति से जुड़े स्थलों और भूतपूर्व सैनिकों की सुविधाओं को लेकर शुक्रवार को जिला सैनिक कल्याण परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं, अमर जवान स्मारकों के सौंदर्यीकरण और स्थानीय समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई।

जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि शहीदों और सैनिक परिवारों से संबंधित मामलों में संवेदनशीलता और तत्परता आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया कि अमर जवान स्मारकों का स्वरूप सम्मानजनक होना चाहिए और उनकी गरिमा में कोई कमी नहीं आनी चाहिए।

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी उमेद सिंह ने जानकारी दी कि जिला अस्पताल परिसर में ईसीएचएस (भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना) भवन निर्माण के लिए 5 नाली भूमि चिन्हित कर ली गई है। इससे भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

लोहाघाट स्थित अमर जवान स्मारक के सौंदर्यीकरण के संबंध में ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बृजमोहन आर्य ने बताया कि स्मारक की गरिमा और संरचना को ध्यान में रखते हुए कार्यों की योजना बनाई जा रही है।

उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य ने आश्वस्त किया कि भूतपूर्व सैनिकों और वीर नारियों की शिकायतों को प्राथमिकता से सुना जाएगा और उनके समाधान में कोई देरी नहीं की जाएगी।

मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि बलिदानियों के नाम पर शिक्षण संस्थानों का नामकरण नई पीढ़ी को प्रेरणा देता है। बैठक में भूतपूर्व सैनिक सूबेदार दिनेश चंद्र ने पल्सो कलजाक से डौड़ेश्वर महादेव मंदिर तक मोटर मार्ग निर्माण की आवश्यकता बताई।

वहीं, वीर नारी जानकी देवी ने अपने आवास के नीचे से गुजर रही पाइपलाइन से हो रही परेशानी का मुद्दा उठाया। जल संस्थान के अधिकारियों को शीघ्र समाधान के निर्देश दिए गए।

बैठक में उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी उमेद सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, अधिशासी अभियंता बृजमोहन आर्य सहित भूतपूर्व सैनिक, वीर नारियां और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी