मुख्यमंत्री ने चमाेली जिले में भालू हमले की पीड़ित छात्रा और बच्चों की जान बचाने वाली छात्राओं से की बात

 


देहरादून, 23 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चमोली के विकास खण्ड पोखरी अंतर्गत विद्यालय परिसर के समीप भालू हमले के पीड़ित छात्र से दूरभाष पर बातचीत कर उसका हालचाल लिया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है और उपचार एवं सुरक्षा के हर स्तर पर किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने साहस, सूझबूझ और मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए भालू से बच्चों की जान बचाने वाली साहसी छात्रा दिव्या और दीपिका से भी बातचीत की और उनके साहस की प्रशंसा की। धामी ने कहा कि इतनी कम उम्र में जिस साहस, धैर्य और जिम्मेदारी का परिचय उन्होंने दिया है, वह पूरे प्रदेश के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की घड़ी में अपनी जान की परवाह किए बिना अन्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना असाधारण साहस का उदाहरण है। उन्होंने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि राज्य सरकार ऐसे साहसी बच्चों को सदैव प्रोत्साहित करेगी।

मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन एवं वन विभाग को प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल प्रभाव से गश्त बढ़ाने, विद्यालयों, आंगनबाड़ियों एवं आबादी वाले क्षेत्रों के आसपास सुरक्षा के अतिरिक्त पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए सभी आवश्यक व प्रभावी कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने घायल छात्र को उचित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने और पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से स्थानीय लोगों में सुरक्षा शा विश्वास कायम करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के लिए बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और नागरिकों की जान-माल की रक्षा के लिए सरकार हर परिस्थिति में पूरी प्रतिबद्धता और कठोरता के साथ कार्य करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार