दो दिवसीय संजीवनी दिवाली फेस्ट-2023 का शुभारंभ
देहरादून, 28 अक्टूबर (हि.स.)। सिविल सर्विस ऑफ़िसर्स वाइव्स एसोसिएशन की ओर से शनिवार को ओल्ड मसूरी रोड, देहरादून स्थित सिविल सर्विस इंस्टीट्यूट में आयोजित संजीवनी दिवाली फेस्ट-2023 का शुभारंभ हुआ।
दो दिवसीय चलने वाले संजीवनी दिवाली फेस्ट का शुभारंभ संजीवनी संस्थान की संस्थापक और पूर्व अध्यक्ष मृगांका गुप्ता की ओर से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान उन्होंने संजीवनी संस्थान की ओर से किए गए विभिन्न सामाजिक कार्यों पर आधारित फोटो गैलरी का अवलोकन भी किया। इस दौरान संजीवनी संस्थान के सभी सदस्यों के साथ अपने अनुभव साझा किए।
मृगांका गुप्ता ने फेस्ट में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन करते हुए स्थानीय उत्पादों की सराहना की। इस दौरान विभिन्न उत्पादों की खरीदारी भी की और विभिन्न जिलों और अन्य प्रदेशों से आए स्टालों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
संस्था की अध्यक्ष डॉ. हरलीन कौर संधू ने बताया कि संजीवनी दिवाली फेस्ट-2023 में स्थानीय उत्पादों के साथ महिलाओं को रोजगार देने के लिए अधिक से अधिक स्टालों को जगह दी गई है। समय-समय पर एंट्री ड्रग कैंपेन, साइबर क्राइम, महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यशाला का आयोजन होता है। उत्तराखंड में युवाओं को स्टार्टअप के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार से जोड़ा जाए। इस पर भी कार्य किया जा रहा है।
संस्था की सचिव रश्मि बर्द्धन ने कहा कि 60 से ज्यादा स्टालों के माध्यम से पारम्परिक वस्तुकला पर आधारित उत्पाद को मंच दिया गया है। इस वर्ष हमने श्री अन्न उत्पादों को भी प्रमुखता के साथ जगह दी गई है। इस वर्ष प्रत्येक जिले के साथ ही अन्य राज्यों के भी स्टॉल लगाए गए है।
संजीवनी दिवाली फेस्ट-2023 के अवसर पर उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों, संस्कृति एवं सभ्यता को प्राथमिकता देते हुए विभिन्न स्टालों के माध्यम से इन्हें प्रमुखता से दर्शाया गया है। फेस्ट में स्वयं सहायता समूह की ओर से निर्मित उत्पादों को स्टालों के माध्यम से बेचा जा रहा है। इसमें शॉल, मफलर, स्वेटर, पंखी, पूजा आसान, राजमा, पहाड़ी हाथ से बनी मोमबत्ती, मिट्टी के बर्तन, दिए, रिंगाल के उत्पादों , सजावट सामग्री, के साथ ही पहाड़ी फलों जैसे माल्टा, संतरा और बुरांश के जूस, घरों में निर्मित अचार, आदि के विशेष उत्पादों को जगह दी गई है। श्री अन्न (मिलेट भोज) को बढ़ावा देने की मकसद से राज्य के विभिन्न मोटे अनाज से बने उत्पादों को विशेष महत्व दिया गया है। जिसमें मँड़ुवे के बिस्कुट और अन्य उत्पाद शामिल हैं।
इस दौरान अनुराधा जैन, सुनीता सुभाष कुमार, दीपा ओम प्रकाश, रिद्धिम अग्रवाल, अंशु पांडे, अनुराधा सुधांशु, आकांक्षा सिन्हा, मथानी फैनई, गुंजन यादव, हरिका आर राजेश, निर्मला सेमवाल, रजनी तोमर, शालिनी शाह एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश
/रामानुज