सुरंग निर्माण : कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संगम बाजार में दिया एक दिवसीय धरना
-900 मीटर लम्बी सुरंग निर्माण से हजारों आवासीय भवनों पर खतरा
-सुरंग से प्रभावित लोगों की सुरक्षा की गारंटी ले जिला प्रशासन
रुद्रप्रयाग, 18 फरवरी (हि.स.)। बद्रीनाथ हाइवे को केदारनाथ हाइवे से जोड़ने को लेकर बन रही 900 मीटर लम्बी सुरंग से आवासीय भवनों को नुकसान पहुंचने लगा है। इसके साथ ही रात के समय ग्रामीण भय के साये में जीवन यापन करने को मजबूर हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सुरंग निर्माण से बेलनी, सांदर, संगम बाजार, लोनिवि के साथ जगतोली क्षेत्र को खतरा पैदा हो गया है। स्थानीय जनता की समस्याओं को समझते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संगम बाजार में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया और जिला प्रशासन से हजारों प्रभावित लोगों की सुरक्षा की मांग के साथ ही संगम बाजार से केदारनाथ हाइवे को जोड़ने वाली सुरंग के ट्रीटमेंट की मांग की।
बेलनी, सांदर, संगम बाजार, लोनिवि के साथ ही जगतोली क्षेत्र की जनता की समस्या को समझते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रविवार को संगम बाजार में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि सुरंग निर्माण से भविष्य में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। जिस प्रकार से आज जोशीमठ की जनता आज भुगत रही है, वैसे ही इस क्षेत्र के लोग भी भविष्य में खुद को कोसने पर मजबूर हो जायेंगे। ऐसे में जरूरी है कि जिला प्रशासन पहले ही प्रभावित लोगों की सुरक्षा की गारंटी ले।
नगर कांग्रेस रुद्रप्रयाग के अध्यक्ष प्रशान्त डोभाल ने कहा कि केदारनाथ बाइपास से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने वाली निर्माणाधीन सुरंग के शुरूआत से अंतिम छोर तक अब तक बहुत से आवासीय भवनों पर दरारें पड़ चुकी हैं। अभी भी यह सिलसिला जारी है। कार्यदायी संस्था भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी और जिला प्रशासन भवनों का आंकलन शीघ्र तैयार कर मुआवजा बांटे। इसके साथ ही क्षेत्र के लोगों के साथ अनुबंध बनाया जाए कि भविष्य में सुरंग के कारण कोई बड़ी घटना घटती है तो इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और कार्यदायी संस्था की होगी। ताकि प्रभावितों को भटकना ना पड़े। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के कारण मुख्यालय से सटा औण, डांगसेरा, पुनाड़ गांव खतरे की जद में हैं।
इस मौके पर कांग्रेस नेता सूरज नेगी, दीपक भंडारी, नरेन्द्र रावत, सीके गैरोला, राजू जोशी सहित अन्य मौजूद थे।
आगे कुआं पीछे खाई वाली बनी है स्थिति-
लोनिवि कार्यालय से कुछ दूरी पर केदारनाथ हाइवे को बद्रीनाथ हाइवे से जोड़ने के लिए 900 मीटर लम्बी सुरंग का निर्माण कार्य चल रहा है। इस सुरंग के बनने के बाद जहां पर्यटन की दृटि से रुद्रप्रयाग मुख्यालय काफी महत्वपूर्ण हो जायेगा, वहीं स्थानीय स्तर पर रोजगार के मार्ग प्रशस्त होंगे। आने वाले समय में रुद्रप्रयाग शहर किसी बड़े शहर से कम नजर नहीं आयेगा। सुरंग के साथ ही बद्रीनाथ हाइवे को केदारनाथ हाइवे से जोड़ने के लिए पुल का निर्माण कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। सुरंग निर्माण के दौरान अंधाधुंध ब्लास्टिंग के कारण स्थानीय लोगों को अब दिक्कतें शुरू हो गई हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित डिमरी
/रामानुज