स्थानीय फलों, औषधीय और सगंध पौधों से रोजगार की संभावनाएं बतायीं

 


नैनीताल, 19 मई (हि.स.)। कुमाऊं विश्वविद्यालय के इनोवेशन एवं इन्क्यूबेशन सेल द्वारा बिजनेस मॉडल विषय पर मोनार्ड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड बाजपुर के निदेशक डॉ. बीएस कालाकोटी का ऑनलाइन व्याख्यान आयोजित किया गया।

पूर्व में मुंबई में जर्मन कंपनी होरचेस्ट मेरियन रॉयसेल, डाबर व हिमटेक्स कंपनी कालाढूंगी में भी कार्य कर चुके डॉ. कालाकोटी ने इस अवसर पर कहा कि एक सफल उद्यमी को सामाजिक, पर्यावरणीय, मानवीय, राजनैतिक एवं ज्ञान का ध्यान रखना पड़ता है। उसे देखना होता है कि भविष्य मे रोजगार के अनेक अवसराें को कम से कम लागत मे किस तरीके से शुरू किया जा सकता है।

बताया कि विभिन्न विभागों एवं कंपनियों द्वारा प्रदान की जानी वाली प्रोत्साहन राशि के द्वारा स्वयं का रोजगार शुरू किया जा सकता है। उन्होंने हर्बल चाय के लिए बिच्छू की पत्तियां, लेमन ग्रास, बुरांस, तुलसी, कमोमिले गुड़हल, ओरेगेनो, थायमिन, चीड़ की पत्तियों, लैवेंडर, गुलाब की पंखुड़ियों, पौष्टिक तत्वों के लिये ब्राह्मी, हींग, अश्वगंधा, सोंफ, टमाटर, घृतकुमारी एवं अश्वगंधा, आंवला, गिलोय, अनार, अदरक, मेरी गोल्ड जैसे स्थानीय फलों तथा औषधीय एवं सगंधीय पौधों की खेती कर छोटे पैमाने पर रोजगार की संभावनाएं भी बतायीं और इससे पलायन की समस्या का समाधान होने की संभावना भी जतायी।

उन्होंने अवाकार्डो फल की उत्तराखंड में सफल कहानी भी बताई। डॉ. कालाकोटी के बाद मोनार्ड कंपनी बाजपुर के निदेशक है। कार्यक्रम में डॉ. ललित तिवारी, डॉ. पैनी जोशी, डॉ. अजय रावत, प्रो. गीता तिवारी, डॉ. रीना सिंह, डॉ. हरिप्रिया पाठक, डॉ. निधि वर्मा, डॉ. बिजेंद्र लाल, डॉ. नंदन सिंह, डॉ. हर्ष चौहान, डॉ. दलीप कुमार, डॉ. नंदन मेहरा सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं अन्य प्रतिभागी शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. नवीन जोशी/रामानुज