देवप्रयाग में तीन दिवसीय सीता माता परिपथ यात्रा शुरू

 


-यात्रा में पूर्व सीएम, क्षेत्रीय विधायक सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल

-यात्रा से उपेक्षित ऐतिहासिक स्थल विकसित होंगे : पूर्व सीएम

नई टिहरी, 22 नवंबर (हि.स.)। भगवान राम की तपस्थली से सीता माता परिपथ यात्रा का शुभारंभ देवप्रयाग संगम तट पर गंगा पूजन के साथ भगवान रघुनाथ मन्दिर दर्शन से हुई। सीतामाता परिपथ समिति की ओर से आयोजित तीन दिवसीय यात्रा में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी, पूर्व विधायक पौड़ी मुकेश कोली सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुये। केंद्रीय संस्कृत विवि के छात्रों के स्वस्तिवाचन से यात्रा की विधिवत शुरुआत की।

बुधवार को देवप्रयाग में सीता माता परिपथ यात्रा की शुरुआत पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यात्रा से माता सीता से जुड़े उपेक्षित पड़े ऐतिहासिक स्थल भविष्य में भव्य रूप में विकसित हो सकेंगे। धार्मिक परंपरा और सांस्कृतिक दृष्टि से परिक्रमाओं का विशेष महत्व रहा हैं। जिस तरह ब्रज भूमि में पंचकोशी व 12 कोशी यात्रा होती है,उसी की भांति माता सीता से जुड़े सीता कोटी, विदा कोटी, सीतासैंण, सीता मन्दिर मुछियाली, वाल्मीकि आश्रम कोटसाड़ा, लक्ष्मण मन्दिर देवल, कोट महादेव और सीता समाधि स्थल फलस्वाड़ी लघु परिक्रमा क्षेत्र बनेगा। यात्रा से देवप्रयाग सहित पूरे क्षेत्र में भारी उत्साह का माहौल है।

परिपथ समिति अध्यक्ष व पूर्व प्रमुख सुनील लिंगवाल, संयोजक अनुसूया प्रसाद सुंदरियाल, सचिव सुखदेव गुसांई, संरक्षक पूर्णिमा नेगी ने बताया कि पहली बार आयोजित सीता माता परिपथ यात्रा के दौरान विश्व कल्याण हेतु दुर्गा सप्तशती पाठ, रुद्राभिषेक, रामायण पाठ भी आयोजित होंगे।

यात्रा में नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल, रघुनाथ मन्दिर समिति सचिव विजय जोशी, पूर्व राज्य मंत्री अतर सिंह असवाल, राकेश ध्यानी, रणजीत जाखी, अशोक तिवारी, आमित बंदोलिया,कान्हा चौबे, लखपत भंडारी, नरेंद्र कुंवर, गगन जोशी आदि शामिल हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल//रामानुज