शातिर ठग को एसटीएफ ने किया हरियाणा से गिरफ्तार

 


देहरादून, 06 फरवरी (हि.स.)। फेडेक्स कम्पनी व साइबर क्राइम अधिकारी बनकर कोरियर में अवैध सामग्री पाये जाने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले एक शातिर को एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस द्वारा मंगलवार को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार आरोपित पर पूरे देश भर में साइबर क्राइम से सम्बन्धित लगभग 167 मुकदमे दर्ज हैं। उसके पास से 2 मोबाइल फोन मय सिम कार्ड, 5 सिम कार्ड, 52000 रुपये नकद, 1 पासपोर्ट, 11 डेबिट/वीजा कार्ड, 4 चेक बुक, 3 चैक, 1 क्यूआर कोड व एक आधार कार्ड भी बरामद हुआ है।

बीते दिनों साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को एक शिकायत मिली थी। इसमें देहरादून निवासी शिकायतकर्ता को अज्ञात व्यक्ति द्वारा कॉल कर स्वयं को कूरियर कम्पनी फेडेक्स का कर्मचारी बताकर शिकायतकर्ता के नाम से एक कोरियर कस्टम डिपार्टमेन्ट द्वारा पकड़ा जाना जिसमें अवैध सामग्री (150 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स और 6 फर्जी जाली पासपोर्ट) मुम्बई से ताइवान भेजे जाने की बात कहना तथा कॉल को साइबर क्राइम डिपार्टमेन्ट मुम्बई को ट्रांस्फर करना जहां से अन्य अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वयं को साइबर क्राइम मुम्बई का अधिकारी बताकर वीडियो कॉल के माध्यम से इन्वेस्टिगेशन परिदृष्य बनाकर खाता वेरिफिकेशन व केस को निपटाने के नाम पर षड्यन्त्र के तहत शिकायतकर्ता से विभिन्न लेन देन के माध्यम से धोखाधड़ी से कुल 11,84,030 रुपये जमा करवाये गये थे। मामले में शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी।

मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही हेतु गठित टीम द्वारा अथक मेहनत व प्रयास से घटना में तकनीकी विश्लेषण से प्रकाश में आये आरोपित सागर सिंह पुत्र सतवीर सिंह निवासी निकल विश्वकर्मा मन्दिर, शिव कॉलोनी थाना रामनगर करनाल हरियाणा को करनाल हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है। जिसने पूछताछ में बताया कि उसके द्वारा भारतीय रुपए को क्रिप्टोकरेंसी यू एस डी टी (यूएसडीटी) में दुबई में परिवर्तित किया जाता है और इस संबंध में उनके गिरोह की एक विस्तृत बैठक दुबई में आयोजित की जाती है। आरोपी के बारे में पता चला कि उसके द्वारा देश भर में अब तक 11 करोड़ की ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। जिसके द्वारा सिर्फ उत्तराखण्ड राज्य में ही 48 मामलों में ही उसकी संलिप्तता पाई गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज