राजस्व संग्रह में कर विभाग ने दर्ज की उल्लेखनीय वृद्धि
-पिछले वित्तीय वर्ष के 573 करोड़ के मुकाबले 681 करोड़ का राजस्व हुआ प्राप्त
-राजस्व वृद्धि में बिल लाओ-ईनाम पाओ योजना का भी रहा महत्वपूर्ण योगदान
देहरादून, 30 दिसम्बर (हि.स.)। राज्य कर विभाग उत्तराखंड ने चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में एसजीएसटी और राजस्व संग्रह में 30 दिसंबर तक उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। राजस्व लक्ष्य का 30 दिसंबर तक 93 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया है जो की एक बड़ी उपलब्धि है।
राज्य कर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 (माह दिसम्बर तक) में एसजीएसटी (एसजीएसटी व आईजीएसटी सेटलमेंट) 5596 करोड़ की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 (30 दिसम्बर तक) में 6119 करोड़ की प्राप्ति हुई है, जो कि लगभग 9 फीसदी अधिक है। माह दिसम्बर, 2022 में प्राप्त राजस्व 573 करोड़ की तुलना में माह दिसम्बर, 2023 (30 तारीख तक) में प्राप्त राजस्व 681 करोड़ है, जो कि लगभग 19 फीसदी अधिक है। माह दिसम्बर, 2023 तक निर्धारित राजस्व लक्ष्य 6611 करोड़ के सापेक्ष 6119 करोड़ की प्राप्ति कर ली गयी है, जो कि निर्धारित राजस्व लक्ष्य का लगभग 93 फीसदी है।
राज्य कर विभाग की प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करते हुए विभिन्न विश्लेषणात्मक उपकरण की सहायता से डाटा के विश्लेषण के आधार पर संभावित करापवंचन को कम करते हुए राजस्व संग्रह में अधिकाधिक वृद्धि किये जाने के प्रयास किये गए हैं, जो राजस्व संग्रह में परिलक्षित भी होते हैं।
राजस्व वृद्धि में बिल लाओ-ईनाम पाओ योजना का भी महत्वपूर्ण योगदान है। इस योजना के माध्यम से खरीद का बिल प्राप्त करने के सम्बन्ध में उपभोक्ता जागरूक हुए हैं, जिसके फलस्वरूप बीटूसी (व्यापारी से ग्राहक) को की जाने वाली बिक्री को लेखबद्ध किया जा सका है तथा करापवंचन को रोकना संभव हो पाया है।
बीएलआईपी योजना का पुरस्कार वितरण समारोह 02 को-
आयुक्त कर डॉ. अहमद इकबाल ने बताया कि’’बिल लाओ इनाम पाओ’’ योजना के अंतर्गत विजेताओं को पुरस्कार दिये जाने के लिए 02 जनवरी को ऋषिकेश स्थित राज्य कर कार्यालय के परिसर में वित्त मंत्री डॉ प्रेम चन्द अग्रवाल की उपस्थिति में सुबह 11 बजे पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जाएगा। विजेताओं को स्मार्ट फोन, स्मार्ट वॉच तथा इयर पोड जैसे पुरस्कार वितरित किये जायेंगे। यह समारोह माह अक्टूबर और माह नवम्बर, 2023 के मासिक लकी ड्रॉ के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किये जाने के लिए आयोजित किया जाना है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज