वैज्ञानिक प्रतिभा में 16 राज्यों के छात्र-छात्राओं का रोचक मुकाबला शुरू

 














-युवा 72 घंटे लगातार बैठकर खोजेंगे समाधान

देहरादून, 08 मई (हि.स.)। उत्तराखंड समेत 16 राज्यों के छात्र-छात्राएं दुनिया के ज्वलंत समस्याओं का समाधान करने की कोशिशें में जुट गए हैं। यह छात्र- छात्राएं तीन दिन और तीन रातें लगातार प्रोटोटाइप तैयार करके अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

ग्राफिक एरा ने ग्राफ- ए- थान नाम से इस वैज्ञानिक प्रतिभा से जुड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया है। बुधवार से यह प्रतियोगिता शुरू हो गई। 16 राज्यों की 80 से ज्यादा टीमों को इस मुकाबले के लिए चार तरह की समस्याएं अलग वर्ग बनाकर दी गई हैं। इनमें स्वास्थ्य, तकनीक, शिक्षा और अग्रणी तकनीकों से जुड़े क्षेत्रों की समस्याएं शामिल हैं। छात्र- छात्राओं को इनसे जुड़े सस्टेनेबल समाधान खोजने होंगे। दोपहर दो बजे उद्घाटन की औपचारिकता के बाद यह मुकाबला शुरू हुआ। इसमें युवाओं के खाने-पीने की व्यवस्था प्रतियोगिता स्तर पर की गई है।

इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के प्रो- चांसलर प्रो. राकेश कुमार शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम में प्रतिभागियों को अपना कौशल दिखाने के साथ ही समान विचारधारा रखने वाले लोगों से जुड़ने का मौका मिलेगा।

ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. संजय जसोला ने कहा की जिज्ञासु युवाओं में आसपास की समस्याओं को जानने व समझने की क्षमता ज्यादा होती है। वे नयी तकनीकों और कौशल से किसी भी समाज की बेहतरी में योगदान दे सकते हैं।

मुकाबले में सबसे उपयोगी प्रोटोटाइप बनाने वाली टीमों को एक लाख की इनामी राशि दी जाएगी। ग्राफिक एरा प्रतियोगिता में प्रथम आने वाली टीमों को स्टार्टअप शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता भी देगा।

कार्यक्रम में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के एचओडी डॉ. देवेश प्रताप सिंह, सरिश्मा डांगी, सुशांत चमोली, अन्य पदाधिकारी, शिक्षक- शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

/रामानुज