नई शिक्षा नीति के अंतर्गत कौशल विकास टॉय बेस लर्निंग का हुआ उद्घाटन

 




-टॉय बेस लर्निंग से बच्चों पर पड़ने वाले बस्तों का बोझ होगा कम : विक्रम सिंह

ऋषिकेश, 25 नवंबर (हि.स.)। देश भर के 36 प्रांतों में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में आयोजित नई शिक्षा नीति के चलते प्ले ग्रुप के बच्चों के अंदर कौशल विकास को देखते हुए टॉय बेस ज्वॉय लर्निंग के चलते खेल-खेल में शिक्षा दिए जाने के उद्देश्य को लेकर उत्तराखंड के पहले सरस्वती शिशु विद्या मंदिर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

शनिवार को आदर्श नगर स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में विद्यालय के प्रबंधक दीपक पायल की अध्यक्षता और विद्यालय के प्रधानाचार्य गुरु प्रसाद उनियाल के संचालन में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ पत्रकार विक्रम सिंह ने रिबन काटकर करने के उपरांत कहा कि इस प्रकार की शिक्षा से जहां बच्चों को बस्तों के बोझ से बचाया जाएगा वहीं उनका मानसिक बोझ भी कम होगा। इससे बच्चे पढ़ाई की ज्यादा ध्यान देंगे।

कार्यक्रम में कौशल विकास के अंतर्गत प्ले ग्रुप के बच्चों में टाॅय बेस ज्वॉय लर्निंग के अंतर्गत आइकॉन ,मानसिक रूप से बच्चों को शिक्षा दिए जाने के उद्देश्य से विद्यालयों में आज से बच्चों को प्रशिक्षण के प्रयोगशालाओं का उद्घाटन किया गया। इसको एक गिनीज बुक रिकॉर्ड के रूप में भी दर्ज करने के लिए तैयारी की जा रही है। आज के दिन पूरे भारतवर्ष में 36 केंद्र पर खेल विज्ञान प्रशिक्षण की प्रयोगशालाएं शुरू की गई हैं।

इस अवसर पर मुंबई की टॉय चिल्ड्रन फाउंडेशन संस्था के संस्थापक देसाई से प्रशिक्षित होकर आईं अध्यापिका प्रियंका पंवार ने कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खेल विज्ञान प्रयोगशाला से बच्चों को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाई कराकर, उनके मानसिक और कौशल क्षमता को बढ़ाने का कार्य किया जाता है। इससे बच्चों को स्कूली बैग रहित पढ़ाई की तरफ आकर्षण करना है, जिससे बच्चे खुशी-खुशी और मौज-मस्ती में बच्चों के प्रति शिक्षा को बढ़ावा देना भी है। प्रियंका ने बताया कि अभी तक वे 50 से अधिक बच्चों को प्रशिक्षण दे चुकी हैं।

इस अवसर पर विद्यालय की प्रियंका पंवार, अपर्णा रावत, संतोष डबराल मनमोहन सिंह, निशा शर्मा, संजू शर्मा, भाग सिंह रावत सहित अन्य अध्यापक भी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/विक्रम

/रामानुज