कुरीतियों का सामना कर संत रविदास समाज हित में कार्य किये : सूर्यकांत धस्माना

 




-संत रविदास जयंती धूमधाम से मनायी गयी

देहरादून, 24 फरवरी (हि.स.)। आंबडेकर महासंघ की ओर से शास्त्री नगर कांवली में रविदास जयंती धूमधाम से मनाया। इस दौरान सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि संत रविदास ने अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की कुरीतियों, बुराइयों का सामना करते हुए सभी समाज के सभी लोगों के हित के कार्य किए। इसलिए आज हम सब मिलकर उनके बताए हुए मार्ग पर चलें।

बतौर मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कार्यक्रम में ध्वजारोहण कर रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके पश्चात जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि संत रविदास चौदहवीं और पंद्रहवीं शताब्दी के सबसे बड़े समाज सुधारक संत थे। गुरु रविदास किसी विशेष समुदाय के नहीं, बल्कि उन्होंने मानव कल्याण के लिए जाति, पंथ, संप्रदाय, रंग, रूप से ऊपर उठकर पूरी मानवता का मार्गदर्शन किया।

उन्होंने कहा कि जूता बनाने वाले मोची के घर जन्में रविदास ने जिनके गुरु संत कबीर थे। अपनी विद्वता ज्ञान व भक्ति से मीरा जैसी शिष्या समाज को दी और मन चंगा तो कठौती में गंगा जैसा मूल मंत्र समाज को दिया। सिख पंथ के पवित्र ग्रंथ श्री गुरुग्रंथ साहिब में संत रैदास की बाणी का बहुत महत्व है।

उन्होंने कहा कि आज जब हम 21वीं शताब्दी में जी रहे हैं तब भी समाज के नेतृत्वकारी लोग समाज में जात पात छुआ छूत व धर्म के नाम पर विभाजन कर रहे हैं।

इस अवसर पर अंबेडकर महासंघ के अध्यक्ष अवधेश कथीरिया, एससी एसटी इम्प्लाइज संघ के महामंत्री राजेन्द्र राज, संजय कटारिया, प्रवीण कश्यप, गुड्डी देवी समेत बड़ी संख्या में रैदासी समाज के लोगों के साथ क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

/रामानुज