सनातन संस्कृति के ध्वजवाहक हैं संत : सांसद सतपाल
हरिद्वार, 02 सितंबर(हि. स.)। श्री बालाजी मंदिर घाटा मेहंदीपुर ट्रस्ट दौसा राजस्थान के पीठाधीश्वर डा. नरेशपुरी महाराज के संयोजन एवं अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के सानिध्य में श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी की छावनी कपिल वाटिका में संत समागम का आयोजन किया गया।
संत समागम को संबोधित करते हुए सोनीपत सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि संत महापुरूष सनातन धर्म संस्कृति के ध्वजवाहक हैं। बालाजी मंदिर के परमाध्यक्ष डा. नरेशपुरी महाराज मानव सेवा में अतुलनीय योगदान कर रहे हैं। सभी को डा. नरेशपुरी महाराज से प्रेरणा लेकर दीन-दुखियों की सेवा के लिए आगे आना चाहिए।
डा. नरेशपुरी महाराज ने कहा कि श्रीबालाजी महाराज की कृपा और आशीर्वाद से ही वे समाज के जरूरतमंद वर्ग की सेवा में सहयोग कर रहे हैं। संतों के सानिध्य में प्राप्त ज्ञान से ही कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है, इसलिए संतों के सानिध्य का लाभ अवश्य उठाना चाहिए।
भागवताचार्य स्वामी रवि देव शास्त्री, बाबा हठयोगी, महंत जसविंदर सिंह व महंत गोविंददास महाराज ने कहा कि श्रीबालाजी धाम सनातन धर्म का प्रमुख धर्म स्थल है। श्रीबालाजी मंदिर ट्रस्ट द्वारा भक्तों की सुविधा के लिए उच्चकोटि की व्यवस्था की गई है। महंत सूर्यमोहन गिरी, स्वामी कृष्णानंद गिरी, महंत देव गिरी एवं महंत सुभाष गिरी ने सभी संत महापुरूषों का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान महंत रघुवीर दास, महंत सूरजदास, दिगम्बर मनोज गिरी, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, महंत हरिदास, महंत गोविंददास, महंत राघवेंद्र सहित सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूष मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला