केदारघाटी की सुरक्षा को लेकर कार्य करेगा धर्म संस्कृति रक्षा विभाग
-विश्व अखाड़ा परिषद के गौ रक्षा विभाग की बैठक, सामाजिक कार्यकर्ताओं को सौंपी जिम्मेदारी
रुद्रप्रयाग, 10 सितंबर (हि.स.)। विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) की आवश्यक बैठक केदारघाटी के फाटा में हुई। इसमें सनातन धर्म की रक्षा को लेकर समय-समय पर क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने पर हुई। साथ ही बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन को लेकर पुलिस-प्रशासन से कार्रवाई की मांग की गई। इस दौरान विश्व अखाड़ा परिषद के धर्म संस्कृति रक्षा विभाग की जिम्मेदारियां भी सौंपी गई।
गौ रक्षा विभाग के प्रदेश अध्यक्ष एवं बजरंग दल हिंद के राष्ट्रीय संरक्षक थानापति मणिमहेश गिरी ने कहा कि केदारनाथ धाम करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। केदारघाटी के बेरोजगार लोग छह माह यात्रा पर टिके हुए हैं। रोजगार को लेकर बड़ी संख्या में युवा और बुजुर्ग यात्रा पड़ावों पर चले जाते हैं, जिस कारण ग्रामीण इलाकों में केवल महिलाएं रह जाती हैं। ऐसे में बाहरी व्यक्ति गांवों में जाकर अराजकता का माहौल पैदा करते हैं। जबकि मदमहेश्वर क्षेत्र में आएदिन चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि केदारघाटी के गांवों में जाकर अशांति का माहौल पैदा कर रहे बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगाया जाना जरूरी है। इसको लेकर केदारघाटी के युवा सामाजिक कार्यकर्ता अशोक सेमवाल ने एक मुहिम छेड़ी है। मुहिम के तहत केदारनाथ यात्रा से जुडे़ बाजारों में जागरूकता अभियान के साथ रैलियां निकाली जाएंगी और केदारघाटी के लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्व अखाड़ा परिषद का धर्म संस्कृति रक्षा विभाग इसको लेकर संकल्पबद्ध है।
बैठक में विश्व अखाड़ा परिषाद के धर्म संस्कृति रक्षा विभाग का विस्तार करते हुए युवा सामाजिक कार्यकर्ता अशोक सेमवाल को प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई। जबकि मोहित मैठाणी को प्रदेश सचिव और अतुल जमलोकी व सुरेंद्र सेमवाल को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मदारी दी गई।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण