चीला रेंज के हादसे में लापता वार्डन अधिकारी की खोज में एसडीआरएफ चला रही सर्च अभियान
-शक्ति नहर का पानी किया गया बंद, उत्तराखंड के वन कर्मियों ने किया शोक व्यक्त
ऋषिकेश, 09 जनवरी (हि.स.)। पौड़ी जिले के राजाजी नेशनल पार्क अंतर्गत ऋषिकेश योग नगरी से कुछ दूरी पर चीला रेंज में सोमवार की शाम को वन विभाग की जीप हादसे में लापता लोगों की तलाश को पुलिस और एसडीआरएफ की टीम आज फिर से शक्ति नहर में रेस्क्यू अभियान चला रही हैं। प्रदेश के वन कर्मियों ने शाेक व्यक्त किया है।
सोमवार की शाम राजाजी नेशनल पार्क अंतर्गत चीला रेंज से ऋषिकेश योग नगरी की ओर आते समय योग नगरी से कुछ दूरी पर चीला शक्ति नहर के किनारे वन विभाग के कर्मचारियों की जीप का टायर फट जाने के बाद उनकी गाड़ी पेड़ से टकरा गयी थी, जिसमें चार कर्मियों की मौत हो गयी थी और पांच लाेग घायल हो गए थे जबकि एक महिला वार्डन लापता हैं, लेकिन अभी तक लापता जीव प्रतिपालक का कोई सुराग नहीं लग सका है। कोहरा और अधिक ठंड होने के कारण नहर में लापता जीव प्रतिपालक की खोजबीन करना मुश्किल हो रहा था। हालांकि नहर में पानी भी कम करा दिया गया है। मंगलवार की सुबह से एसडीआरएफ टीम दोबारा घटनास्थल पर पहुंचकर लापता लोगों की खोजबीन के लिए संभावित स्थानों पर गहन सर्च ऑपरेशन चला रही है।
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि एम्स में कुल नौ लोगों को पहुंचाया गया था, जिनमें से अस्पताल पहुंचने से पहले ही 4 लोगों की मौत हो गयी थी। घायलों में अमित सेमवाल और अश्विन बीजू की हालत नाजुक बनी हुई है।
परिवार जन एम्स पहुंचकर अपने परिजनों का हाल-चाल जान रहे हैं। मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और वन मंत्री सुबोध उनियाल ने पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। नहर में लापता जीव प्रतिपालक की खोजबीन जल्द किए जाने और एम्स में भर्ती सभी घायलों को अच्छे से अच्छा उपचार दिए जाने के लिए कहा गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/विक्रम/रामानुज