पोलिंग स्टेशन पर कराएं मूलभूत सुविधा, प्रतिदिन दें रिपोर्ट : निर्वाचन अधिकारी
देहरादून, 24 फरवरी (हि.स.)। जिला निर्वाचन अधिकारी सोनिका ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में शनिवार को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा बैठक कर नोडल अधिकारियों एवं एआरओ को आवश्यक निर्देश दिए। कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने दायित्वों को भली-भांति समझ लें तथा निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन का पालन करते हुए दायित्वों का निर्वहन करें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह को निर्देशित किया कि पोलिंग स्टेशन पर व्यवस्था देखते हुए प्रतिदिन रिपोर्ट दें। उप जिलाधिकारी/एआरओ अपने-अपने क्षेत्र में पोलिंग स्टेशन का निरीक्षण करें और मूलभूत सुविधा सुनिश्चित करवाएं। यदि किसी पोलिंग बूथ पर कार्य होना है तो प्रस्ताव भेजें। जिन-जिन पोलिंग स्टेशन पर कमियां हैं, शाम तक रिर्पाेट दें। पोलिंग स्टेशन का रोडमैप बनाए। पोलिंग स्टेशन ग्राउंड फ्लोर पर ही हो। उन्होंने ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर को निर्देश दिए कि निर्वाचन आयोग के सभी ऐप की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करते हुए शाम को अवगत कराएं।
चुनाव बहिष्कार की सूचना पर सक्रिय हों अधिकारी, कराएं निराकरण
उप जिलाधिकारी/एआरओ अपने स्तर पर इलेक्ट्राल रोल की अपडेशन, डिलिटेशन को प्रतिदिन ऑनलाइन चेक कर मॉनिटरिंग करें। डिलीटेशन कारण सहित वर्णित हो। नोडल पोस्टल बैलेट नोडल पीडब्ल्यूएस से समन्वय करते हुए दिव्यांग वोटर्स, 80 प्लस का डेटा चेक कराएं। उन्होंने निर्देशित किया कि यदि कहीं चुनाव बहिष्कार की सूचना आती है तो उसे समय से दिखवाएं और उनका निस्तारण कराएं।
डोर टू डोर बढ़ेगी एक्टिविटी, मतदान के लिए करेंगे प्रेरित
मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान को निर्देश दिए कि कम मतदान प्रतिशत वाले बूथ पर एआरओ से बात करें। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से एक्टिविटी कराएं। डोर टू डोर एक्टिविटी कराते हुए मतदान के लिए लोगों को प्रेरित करें। इन कार्यों की नियमित मॉनिटिरिंग भी करें।
क्रिटिकली बूथ होंगे चिन्हित
उन्होंने एआरओ को अपने क्षेत्र में एएमएफ, वर्नेबिलिटी मैपिंग देखें। क्रिटिकली बूथ चेक करें और उसकी सूची दें। यदि किसी बूथ पर 10 प्रतिशत से कम वोटिंग हुई है तो उस बूथ को आयोग की गाइडलाइन के अनुसार क्रिटिकली बूथ की श्रेणी वर्णित करते हुए सूचना निर्वाचन कार्यालय को भेजें।
निर्वाचन कंट्रोल रूम में ऐसे कार्मिक लगाएं, जो दे सकें त्वरित प्रतिक्रिया
उन्होंने नोडल अधिकारी प्रशिक्षण को निर्देश दिए कि प्रशिक्षण के दौरान एआरओ, नोडल, सेक्टर, नोडल का टेस्ट भी लें। जो असफल हों, उनकी दोबारा टेस्ट लें। पोलिंग पार्टियों का प्रशिक्षण गुणवत्तापूर्वक एवं प्रैक्टिकल करवाएं। कहा कि निर्वाचन कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली विभिन्न शिकायतों का त्वरित संज्ञान लेकर निस्तारण करें। साथ ही निर्वाचन कंट्रोल रूम में ऐसे कार्मिक लगाएं, जिन्हें जानकारी हो और वह त्वरित प्रतिक्रिया दे सकें।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/प्रभात