प्रधानाचार्य सीधी भर्ती नियमावली के विरोध में शिक्षक 6 सितंबर को देंगे धरना
गोपेश्वर, 05 सितम्बर (हि.स.)। राजकीय शिक्षक संघ चमोली जनपद की ओर से गुरुवार को प्रधानाचार्य सीमित विभागीय सीधी भर्ती नियमावली 2022 को निरस्त करने और सभी स्तरों पर शत प्रतिशत पद्दोन्नति की मांग को लेकर शिक्षक दिवस का बहिष्कार किया गया। शिक्षक संघ ने बांह पर काली पट्टी बांध कर विराेध जताया और छह सितम्बर को सामूहिक अवकाश लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली के कार्यालय पर धरना देने की घाेषणा की।
राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप भंडारी और महामंत्री प्रकाश सिंह चौहान ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से प्रधानाचार्य के रिक्त पदों को सीधी भर्ती से भरने की नियमावली बनायी गई है, जिसका संगठन विरोध करता है। पहले ये पद पदोन्नति से भरे जाते थे, जिससे शिक्षकों को का लाभ मिलता था, लेकिन अब सीधी भर्ती के माध्यम से प्रधानाचार्य के पदों को भरने का फैसला गलत है।
गुरुवार को जनपद की सभी 206 विद्यालय शाखाओं में शिक्षक दिवस का बहिष्कार किया गया और लगभग सभी राजकीय शिक्षकाें ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदीप भंडारी ने बताया कि प्रधानाचार्य विभागीय भर्ती नियमावली के प्रावधान इतने जटिल हैं कि केवल 10 फीसदी शिक्षक ही इसके लिए पात्र हैं, जबकि 90 फीसदी शिक्षकों को इससे बाहर रखा गया है। संगठन की मांग है कि पूर्व की भांति ही प्रधानाचार्य के पदों को शत प्रतिशत पद्दोन्नति से भरा जाना जाए और एलटी से प्रवक्ता पदों पर शीघ्र पदोन्नति की सूची जारी हाे।
आंदोलन के अगले चरण में छह सितम्बर को चमोली जनपद के सभी नौ विकासखंडों के शिक्षक-शिक्षिकाएं एक दिन का आकस्मिक अवकाश लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय चमोली गोपेश्वर मे धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस इस चॉक डाऊन हड़ताल मे जनपद अध्यक्ष प्रदीप भंडारी, जनपद मंत्री प्रकाश सिंह चौहान, संयुक्त मंत्री मोहन सिंह नेगी, वृजमोहन सिंह रावत, बीएस नेगी, हरेंद्र सिंह रावत, अनिल कुमार आदि मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल