मानसखंड मंदिर माला मिशन की तर्ज पर अब केदारखंड मंदिर माला मिशन बनाने की तैयारी
- विश्वफलक पर देवभूमि की होगी अलग पहचान, बढ़ेगी आर्थिक रफ्तार
देहरादून, 15 जून (हि.स.)। देवभूमि के पौराणिक मंदिरों को विकसित करने के साथ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मानसखंड मंदिर माला मिशन की तर्ज पर अब केदारखंड मंदिर माला मिशन बनाने की तैयारी है। इसके साथ ही पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने गुंजी घाटी में वेद व्यास की प्रतिमा लगाने व कार्तिक स्वामी मंदिर पैदल मार्ग पर सुविधाएं विकसित करने के लिए शीघ्र प्रस्ताव मांगा है। इससे विश्वफलक पर देवभूमि की अलग पहचान होगी और आर्थिक रफ्तार भी बढ़ेगी।
उत्तराखंड राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज शनिवार को गढ़ी कैंट स्थित पर्यटन विकास परिषद में वेडिंग डेस्टिनेशन, टिहरी झील निर्माण कार्य, हनोल, टिम्मरसैंण, कार्तिकेय स्वामी, गंगोत्री-यमुनोत्री आदि के मास्टर प्लान की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह राज्य में चिह्नित पौराणिक मंदिरों को विकसित करने के लिए मानसखंड मंदिर माला की तर्ज पर केदारखंड मंदिर माला मिशन भी बनाएं, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाओं के अलावा इन प्राचीन और पौराणिक मंदिरों के दर्शन का लाभ भी मिल सके।
महासू देवता मंदिर के विकास के लिए 111 करोड़ के कार्य प्रस्तावित
पर्यटन मंत्री ने कहा कि देहरादून स्थित महासू देवता मंदिर के विकास के लिए मास्टर प्लान के अंतर्गत दो चरणों में 111 करोड़ के कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। जबकि महासू देवता के प्रकाश व्यवस्था और फसाड लाइट के लिए 94.36 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
टिहरी झील के विकास के लिए 601.204 करोड़ मंजूर
उन्होंने कहा कि जनपद टिहरी झील के आसपास के विकास के लिए एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने 601.204 करोड़ की फंडिंग को मंजूरी दे दी है। इसके अंतर्गत कोटी कॉलोनी से डोबरा चांटी ब्रिज तक 15.7 किमी लंबी पर्यटन सड़क बनाया जाएगा। इसमें समर्पित साइक्लिंग ट्रैक, व्यू पॉइंट, समर्पित हॉकर क्षेत्र तथा कोटि कॉलोनी से तिवार गांव तक 450 मीटर लंबा ग्लास बॉटम पैदल यात्री सस्पेंशन ब्रिज आदि बनेगा।
पर्यटन सुविधाएं विकसित करने के लिए मांगा प्रस्ताव
महाराज ने कहा कि जनपद चमोली स्थित टिम्मरसैण महादेव मंदिर के विकास के लिए शासन से 7.95 करोड़ की राशि अनुमोदित की गई है। गंगोत्री तथा यमुनोत्री धाम के सुनियोजित विकास के लिए ड्राफ्ट मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है। कैरेवन पार्क बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं। रुद्रप्रयाग स्थित कार्तिक स्वामी मंदिर पैदल मार्ग पर विभिन्न सुविधाएं विकसित करने के लिए जिला पर्यटन विकास अधिकारी से प्रस्ताव मांगा गया है।
रोप-वे परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर
उन्होंने बताया कि 285 करोड़ की लागत से देहरादून से मसूरी तक 5.5 किमी लंबी रोप-वे परियोजना का निर्माण कार्य गतिमान है। 166.81 करोड़ की लागत से जानकी चट्टी से यमुनोत्री तक 3.85 किमी लंबी रोप-वे परियोजना में निजी निवेशक की नियुक्ति की जा चुकी है। सर्वे आदि कार्य गतिमान है। 35 करोड़ की लागत से 903 मीटर लंबी पूर्णागिरी रोप-वे परियोजना का निर्माण कार्य गतिमान है।
शुल्क माफी से राफ्टिंग गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
राज्य सरकार ने राफ्टिंग के प्रचार-प्रसार के लिए गंगा नदी के अलावा अन्य नदियों में राफ्टिंग ऑपरेटरों के लिए शुल्क माफी की घोषणा की है। इससे अलकनंदा, टॉस, शारदा, रामगंगा आदि नदियों में भी राफ्टिंग गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। राज्य में पैराग्लाइडिंग ट्रेनिंग को बढ़ावा देने के लिए टिहरी में पैराग्लाइडिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। इसमें युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
समीक्षा बैठक में पर्यटन विभाग के एसीईओ युगल किशाेर पंत, पूजा गब्यर्याल, हरीश रड़तालिया, पूनम चांद, दीपक खंडूरी, सुमित पंत, एसएस संमत, विजय भट्ट आदि थे।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/वीरेन्द्र