स्वच्छता ही सेवा अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्य सचिव की बैठक, दिए निर्देश
देहरादून, 10 सितंबर (हि.स.)। उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मंगलवार को कैबिनेट सचिव (भारत सरकार) की अध्यक्षता में चौथी मुख्य सचिव कांफ्रेंस की तैयारियों तथा ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रतिभाग किया। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के प्रभावी व सफल संचालन के लिए अधिकारियों को प्रदेशभर में जनभागीदारी, जागरूकता, एडवोकेसी के साथ सार्वजनिक व वाणिज्यिक स्थलों, कार्यालयों, संस्थानों, सड़कों, राजमार्गों, बाजारों, ट्रैकिंग व कैंपिंग स्थलों व अन्य पर्यटन व धार्मिक स्थलों में बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही सफाई मित्रों के लिए स्वास्थ्य जांच व सामाजिक सुरक्षा कवरेज के लिए सिंगल विंडो कैंप लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही साथ स्वयं सहायता समूहों व एनजीओ की भागीदारी भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि चारधाम मार्गों पर मलबे की समस्या के समाधान के लिए चारधाम रूट पर डंपिंग जोन के लिए उचित स्थानों के चिन्हीकरण के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही पेयजल सचिव व जिलाधिकारियों को सभी एसटीपी के निरीक्षण व जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी एसटीपी को ड्रेनेज सिस्टम से जोड़ने की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए। सफाई मित्रों की सामाजिक सुरक्षा व बीमा के मुद्दे पर संवेदनशीलता से कार्य करने की हिदायत देते हुए जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान सफाई मित्रों के लिए व्यापक स्तर पर सिंगल विंडो कैंप लगाकर उनकी सामाजिक सुरक्षा तक पहुंच में बढ़ाकर कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाए। स्वास्थ्य विभाग को सफाई मित्रों के लिए हेल्थ कैंप लगाकर स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवाएं, जांच व उपचार के साथ सभी सम्बन्धित विभागों की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी मुख्य सचिव कॉन्फ्रेंस की बेहतरीन तैयारी के लिए सभी अधिकारियो के साथ समीक्षा बैठक की जाएगी तथा युवा फील्ड अधिकारियों के सुझाव भी लिए जाएंगे। बैठक में सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम्, शैलेश बगौली सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण