काश्तकारों की आय में वृद्धि का साधन बने पॉलीहाउस
गोपेश्वर, 02 अगस्त (हि.स.)। चमोली जिले में उद्यान विभाग की ओर से स्थापित पॉलीहाउस काश्तकारों की आय में वृद्धि का साधन बन गए हैं। विभाग की ओर से जिले में वर्ष 2023-24 में वर्तमान तक 257 काश्तकारों को योजना से लाभान्वित किया गया है। ऐसे में काश्तकार पॉलीहाउस में सब्जी और फूलों का उत्पादन कर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर रहे हैं।
चमोली के ज्येष्ठ उद्यान निरीक्षक डीपी डंगवाल ने बताया कि वर्ष 2023-24 में विभाग को पॉलीहाउस स्थापना के लिए जिला योजना मद से एक करोड़ 60 लाख की धनराशि प्राप्त हुई। जिसके तहत विभाग ने 90 फीसदी सब्सिडी पर जिले के 257 काश्तकारों को योजना से लाभांवित किया। योजना के तहत विभाग ने कोटेश्वर, बणद्धारा, मेरग, बड़ागांव, तपोवन, करछी, बैरागना, देवर-खडोरा, सिरोली, उतरौं, थराली, कुराड़, तलवाड़ी स्टेट, सुनाऊं मल्ला, नौटी और गौचर के साथ अन्य गांवों में पॉलीहाउस स्थापित किए हैं। जिनमें काश्तकार बेमौसमी सब्जियों के साथ ही फूलों की खेती कर अच्छी आय प्राप्त कर रहे हैं।
चमोली के रौली ग्वाड़ के काश्तकार नीरज भट्ट ने कहा कि उद्यान विभाग की ओर संचालित योजना के तहत मैंने पॉलीहाउस स्थापित कर सब्जी व फूलों के उत्पादन का कार्य शुरु किया। जिससे अब मुझे प्रतिवर्ष 50 से 70 हजार रुपये वार्षिक अतिरिक्त आय प्राप्त हो रही है।
कोटेश्वर के काश्तकार धीर सिंह ने कहा कि उद्यान विभाग से मिली मदद से मैने अपने घर के पास पॉलीहाउस स्थापित किया है जिसमें उनकी ओर से लीलियम का उत्पादन किया जा रहा है। जिसके विपणन से मुझे सुगमता से 40 से 50 हजार की आय प्राप्त हो रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल / सत्यवान / वीरेन्द्र सिंह