महेंद्र भट्ट बोले- कांग्रेस नेता केरल सरकार की नाकामी पर भी मंथन का साहस दिखाए
देहरादून, 02 अगस्त (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने हिटो केदार और डॉपलर रडार को लेकर हरदा के बयान पर उन्हें घेरा है। उन्होंने कहा कि उन्हें यात्रा के नाम पर भ्रष्टाचार करने और केरल सरकार की नाकामी की ओर भी ध्यान देने की जरूरत है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने हरीश रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोगों को अभी भी केदार धाम का रास्ता दिखाने के नाम पर हुई 25 लाख की लूट याद है। उत्तराखंड और केरल दोनों जगह मौसम का पूर्वानुमान जारी हुआ था, लेकिन अपराध छुपाने के लिए आपदा वैज्ञानिकों की वायनाड जाने पर लगी सरकारी रोक दुनिया ने देखी है। बेहतर है कांग्रेस नेताओं को आपदा में अवसर ढूंढने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड समेत देश के अनेक राज्य आपदा का दंश झेल रहे हैं लेकिन कांग्रेस नेता राजनीति से प्रेरित बयानबाजी में मशगूल हैं।
आजतक वे केदारनाथ उपचुनाव में लाभ लेने के लिए राजनैतिक यात्रा निकाल रहे थे, जिसमें बाबा केदार के नाम पर जनता की आंखों में धूल झोंकने की खूब कोशिश की गई। लेकिन देवभूमि की महान जनता ऐसे ऐसी मंशा को बखूबी पहचानती है।
उन्होंने कहा कि हिटो केदार एवं एल्बम निर्माण पर जनता की गाढ़ी कमाई लुटाने वाले अब केदार बचाने निकले हैं। अपनी सरकार में धाम के नाम पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का जवाब देने के बजाय, वे अब उस यात्रा का महिमामंडन कर रहे हैं ।
कांग्रेस ने अपनी सरकारों में केदार समेत चारों धामों और प्रदेश के पावन स्थलों के विकास को लेकर कभी भी कोई काम नहीं किया। सबसे पहले उन्हें अपने केदारनाथ के पूर्व विधायक के लिए राजनैतिक रास्ता बनाने के लिए हिटो केदार यात्रा में दिए 25 लाख का हिसाब देना चाहिए। पूर्व अध्यक्ष ने समिति के बजट को अपनी विधानसभा के वोटरों को साधने के लिए खर्च किया था। इस पर भी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जहां तक केरल की आपदा को लेकर पूर्वानुमान की बात है तो स्वयं संसद में गृहमंत्री अमित शाह स्पष्ट कर चुके हैं कि मौसम विभाग की ओर से संकट को लेकर पहले ही सूचित कर दिया गया था। केरल सरकार की अपनी लापरवाही के अपराध पर पर्दा डालने की कोशिश पूरी दुनिया ने तब देखी जब उन्होंने वैज्ञानिकों एवं आपदा विशेषज्ञों को प्रभावित क्षेत्र वायनाड में जाने पर पाबंदी लगा दी थी। उत्तराखंड में भी मौसम खराब होने को लेकर लगातार अलर्ट जारी किए जा रहे हैं जिस पर प्रदेश सरकार प्रशासन की मदद से सावधानी एवं बचाव प्रक्रिया में इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा कि आसमान से बरसी प्राकृतिक आपदा के नुकसान को न्यूनतम करने की कोशिश में प्रदेशवासियों के साथ सरकार पूरा प्रयास कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / प्रभात मिश्रा