मंदिर का बॉयकॉट करने वाले नेताओं काे जनता देगी जवाब: महेन्द्र भट्ट
देहरादून, 11 जनवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेसी आलाकमान के इंकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर के विरोधी प्राण प्रतिष्ठा में जाएं, यह संभव नही है। विपक्ष ने मंदिर का बॉयकॉट किया है, जनता इनका चुनाव में इनका बॉयकॉट करेगी।
भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने मीडिया को खड़गे,सोनिया,अधीर रंजन के रामलला प्राण प्रतिष्ठा में जाने के लिखित इंकार पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन स्वाभाविक बताया। उन्होंने कहा कि चुनावों में जनेऊ दिखाने, मंदिर मंदिर घूमने वाले और स्वप्न में श्रीराम आने का दावा करने वालों की सच्चाई एक बार फिर से आई है।
अल्पसंख्यक वोट बैंक के लालच में ताउम्र श्रीराम मंदिर और सनातन का विरोध करने वाली कांग्रेस एक बार फिर अयोध्या आने का साहस नहीं जुटा पाई। जिन्होंने अलग मुस्लिम राष्ट्र की अवधारणा को स्वीकारते हुए देश के टुकड़े करवाने,गौ भक्तो का संसद के सामने नरसंहार करवाने, प्रभु श्री राम काल्पनिक बताने, आंदोलनकारी राम भक्तों पर अत्याचार करने, बाहरी मस्जिद के दोबारा निर्माण के वादे कर मंदिर समर्थक चार चार सरकारों को एक साथ बर्खास्त और उनसे मंदिर पूजन में आने की उम्मीद करना ही बेमानी था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इडी गठबंधन के निर्णयों से एक बार फिर जनता के सामने स्पष्ट हो गया है कि कौन श्रीराम मंदिर, सनातन धर्म के सम्मान में खड़ा है और कौन नही । उन्होंने कटाक्ष किया कि जो लोग श्रीराम मंदिर का विरोध करते आए हों उनसे मंदिर को प्राण प्रतिष्ठा में क्यों जाते?
उन्होंने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार कर कहा कि जिन्हें मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में आज राजनीति नजर आ रही है, उन्हें सरकारी भवनों में रोजा इफ्तार रखने में कभी आपत्ति नहीं हुई। उन्हें देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यकों को पहला हक देने में कभी राजनीति नही दिखाई दी। धार्मिक आधार पर कानूनी भेदभाव कायम रखने में कभी राजनीति नही दिखाई दी,धार्मिक आधार पर यूनिवर्सिटी खोलने और साप्ताहिक छुट्टी रखने में कभी राजनीति नही दिखाई दी। उनके इस निर्णय से पुनः साबित हुआ है कि उनके लिए सनातन के गौरवमयी अवसर का सहभागी बनने से अधिक महत्वपूर्ण है मोदी और भाजपा का विरोध करना।
उन्होंने कहा कि देश ही नहीं दुनिया भर के सनातनियों में श्रीराम मंदिर निर्माण से उमंग और उत्साह का माहौल है। साथ ही ताकत के जोर से कुचली गई दुनिया की सभ्यताओं और संस्कृतियों में भी इस युग प्रवर्तक घटनाक्रम ने नई उम्मीदों का संचार किया है, लेकिन विपक्ष के व्यवहार में दुख और पीड़ा साफ देखी जा सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उनके साथियों का सनातन विरोध में लंबा इतिहास रहा है। ऐसे में अब उन्होंने भगवान राम के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बॉयकॉट किया है तो जनता आने वाले चुनावों में एक बार फिर इन सभी का बॉयकॉट करने वाली है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज