हार का बहाना ढूंढ रहे हैं कांग्रेस उम्मीदवार गोदियाल : मनवीर चौहान

 


देहरादून, 25 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पौड़ी से कांग्रेस के उम्मीदवार गणेश गोदियाल के आरोपों को बेबुनियाद और हार की आशंका से ग्रसित होकर बहानेबाजी करार दिया है। भाजपा का कहना है कि ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा में संदेह जताकर हार का बहाना गोदियाल ढूंढ रहे हैं।

पार्टी मुख्यालय में प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पहले ईवीएम तकनीक, फिर चुनाव आयोग एवं अब केन्द्रीय सुरक्षा बलों पर संदेह करना बताता है कि कांग्रेस को संवैधानिक संस्थाओं पर ही भरोसा नहीं है। यही वजह है कि जनता को कांग्रेस पर भरोसा नहीं है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार गणेश गोदियाल को भलीभांति जानकारी है कि अधिसूचना के बाद समूची चुनावी प्रक्रिया और महत्वपूर्ण प्रशासनिक गतिविधियां चुनाव आयोग के अनुसार होती हैं। इसी क्रम में ईवीएम का रख-रखाव एवं उनको रखने के लिए स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा आदि सभी आयोग को निगरानी में केंद्रीय सुरक्षा बल के हाथों में होती है। आदर्श चुनाव आचार संहिता के नियमों के तहत ही सभी उम्मीदवारों के प्रतिनिधि व स्ट्रांग रूम परिसर के बाहर मौजूद रह सकते हैं। पूरे देश में लागू रहने वाले इस नियम को गोदियाल भी बखूबी जानते हैं। वे भी पहले कई चुनाव लड़ चुके हैं और इसी प्रक्रिया के तहत जीत भी चुके हैं। इस बार चूंकि प्रदेश की सभी सीटों की तरह गढ़वाल सीट पर भी वह हार को लेकर आशंकित हैं। इसलिए वे अभी से हार के बहाने तलाशने लगे हैं।

उन्होंने ईवीएम परिसर की अपने निजी सीसीटीवी से निगरानी को लेकर गोदियाल की मांग बेहद आपत्तिजनक एवं स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा में सेंध की कोशिश बताया है। उनकी डिमांड कुछ इस तरह है कि कल कोई संसद, विधानसभा और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की अपने कैमरों से निगरानी की बात करेगा। कांग्रेस उम्मीदवार भी सच्चाई जानते हैं कि ईवीएम की सुरक्षा में कोई कमी नहीं है बल्कि ईवीएम में दर्ज उनके वोटों में जबरदस्त कमी है। उनका चार जून की मतगणना में रिकॉर्ड मतों से हारना तय है। अपनी पार्टी के सहयोगी उम्मीदवारों की तरह वे भी अभी से हार के कारण तलाशने लगे हैं। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवारों से अपील की है कि जनता का मत ईवीएम में बंद हो चुका है, लिहाजा संवैधानिक प्रक्रियाओं पर झूठे सवाल कर लोकतंत्र का अपमान करना उचित नहीं है। सभी को चुनाव आयोग पर भरोसा करते हुए मतगणना का इंतजार करना चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश/प्रभात