देवाल गांवों में संदिग्ध युवाओं की गतिविधियों पर हंगामा, पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ा

 

गोपेश्वर, 07 अक्टूबर (हि.स.)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के कुछ गांवों में बाहरी युवाओं की संदिग्ध गतिविधियों की शिकायत के बाद पुलिस ने पांच युवाओं से पूछताछ की और बाद में उन्हें छोड़ दिया। स्थानीय ग्रामीणों ने इन युवाओं पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभ दिलाने और विकास कार्यों की जानकारी इकट्ठा करने का आरोप लगाया था।

पिछले तीन दिनों से देवाल के तलोर, देवसारी, और सरकोट गांव में ये बाहरी युवक घूमते हुए नजर आए थे। गांव वालों की शिकायत पर क्षेत्र प्रमुख डॉ. दर्शन दानू के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों ने पांच युवकों को पुलिस को सौंपा। पूछताछ के दौरान इन युवाओं में से तीन उत्तर प्रदेश से और दो चमोली जिले के थराली विकास खंड से संबंधित पाए गए।

जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि ये लोग गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य विकास कार्यों के नाम पर ठगी करने की कोशिश कर रहे थे। वहीं, युवकों ने दावा किया कि वे भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत गांवों में जा रहे हैं और विधायक की अनुमति से वहां पहुंचे हैं।

हालांकि, क्षेत्रीय विधायक भूपाल राम टम्टा ने पुष्टि की कि भाजपा सदस्यता अभियान के लिए केवल दो व्यक्तियों को गांव में भेजा गया था, जबकि तीन अन्य के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

कांग्रेस नेताओं ने इस घटना की आलोचना करते हुए कहा कि उत्तराखंड के युवाओं की अनदेखी की जा रही है, और भाजपा को अपने सदस्यता अभियान के लिए बाहरी लोगों पर निर्भर रहना पड़ रहा है।

चौकी प्रभारी सम्पूर्णानंद जुयाल ने बताया कि मौखिक शिकायत दर्ज की गई है, लेकिन अभी तक कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है। शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल