आगाज : आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम है देवीधुरा बग्वाल मेला, 26 तक दिखेगी उत्तराखंड की पारंपरिक कला-संस्कृति की झलक

 




- उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध बग्वाला मेले का केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने किया शुभारंभ

चंपावत, 16 अगस्त (हि.स.)। उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध पौराणिक देवीधुरा बग्वाल मेले (आषाढ़ी मेले) की शुरुआत हो गई है। 16 से 26 अगस्त तक चलने वाले मेले का केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा ने फीता काटकर शुभारंभ किया। केंद्रीय मंत्री ने मां वाराही के दर्शन कर देश की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर स्थानीय महिलाओं, स्कूली बच्चों ने पारंपरिक परिधानों में मंदिर प्रांगण तक भव्य शोभा यात्रा निकाली तथा संस्कृत महाविद्यालय देवीधूरा के छात्रों व राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने मनमोहक स्वास्तिवाचन से स्वागत किया।

केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि इस मेले का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व है। ऐसी पाषाण क्रीड़ा हर वर्ष रक्षाबंधन के अवसर पर यहां की जाती है, जो पूरी दुनिया में आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम है। इस मेले को हम आने वाले समय में और भी बेहतर बनाएंगे। बग्वाल मेले में उत्तराखंड की पारंपरिक कला, संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है।

जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय ने कहा कि इस मेले को भव्य एवं सुंदर तरीके से संपन्न कराएंगे। यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। मेले को और अधिक भव्य एवं व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन दीपक बिष्ट ने किया। इस दाैरान ब्लॉक प्रमुख पाटी सुमनलता, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल महरा, मां वाराही मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, जिला पंचायत सदस्य सीमा विश्वकर्मा, जिलाधिकारी नवनीत पांडेय, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी पाटी रिंकु बिष्ट, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सतीश पांडेय आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी / कमलेश्वर शरण